महामारी से लड़ने के लिए लोग जहां एक ओर मास्क लगा रहे है वहीं दूसरी ओर कोवैक्सीन लगवाने वाली टीम को प्रोत्याहन करने के लिए अस्पताल की ओर से केक कटवाकर पिजा पार्टी दी।
एनआईटी 3 नंबर स्थिति ईएसआईसी अस्पताल व मेडिकल काॅलेज के रजिस्ट्रार डाॅक्टर ए.के पांडे ने बताया कि उनकी टीम पिछले दो महीने से 15 से 16 घंटे लगातार कोवैक्सीन लगाने का काम कर रही है। इसी वजह से कई बार देर रात को भी कोवैक्सीन का काम चलता हैै। जिस वजह से उनको प्रात्साहित करने के लिए 31 दिसंबर की शाम को कोवैक्सीन की पूरी टीम को पिजा पार्टी दी गई।
वहीं नए साल के पहले दिन उनकी टीम ने कोवैक्सीन के 1000 का टारगेट को पेरा किया। इसी वजह से अस्पताल की ओर से कोवैक्सीन 1000 प्लस लिखा हुआ केक काटा गया। जिसमें सभी टीम मेंबर को नए साल की बधाई के साथ साथ कोवैक्सीन 1000 प्लस की भी बधाई दी।
उन्होंने बताया कि अभी पूरे भारत में करीब 21 हजार लोगों को कोवैक्सीन लग चुकी है। जोकि 25 हजार कुछ का टारगेट था। जल्दी ही 25 हजार वाला टारगेट भी पूरा हो जाएगा। कोवैक्सीन लगवाने के लिए हर रोज करीब 80 से 100 लोग आ रहे है। जिसकी वजह से टीम को देर रात तक कार्य करना पड़ता है।
ईएसआईसी मेडिकल काॅलेज की मेडिकल सुपरिटेंडेंट डाॅक्टर प्रवीन ने कोविद सेंटर व कोवैक्सीन सेंटर का निरिक्षण किया। इस मौके पर उनके साथ डीन डाॅक्टर असीम दास, डाॅक्टर ईशा व अन्य अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने कोवैक्सीन सेंटर में किस प्रकार कार्य किया जाता है उसके बारे में जानकारी प्राप्त की। जिसके बाद उन्होंने कोविद सेंटर का भी बहार से निरिक्षण किया। इस दौरान उन्होंनें टीम से भी बात की उनको किसी प्रकार की कोई परेशानी तो नहीं है।
कोवैक्सीन के निरिक्षण के बाद उन्होंने अस्पताल व काॅलेज के अन्य विभागों का भी निरिक्षण किया। डीन डाॅक्टर असीम दास का कहना है कि उनकी टीम के द्वारा देर रात तक कोवैक्सीन लगाई जा रही है। जिसके चलते पूरी टीम को खाना व अन्य सुविधा अस्पताल द्वारा दी जा रही है। टीम लोगों को अच्छी तरह से कोवैक्सीन के बारे में समझाती है और उसके बाद ही कोवैक्सीन लगाई जा रही है।