जवानी में बच्चे अक्सर अपने माता-पिता के साथ दुर्व्यवहार करते हैं और इस ऐसे दुर्व्यवहार के कारण ही अभिभावकों इस परेशानियां चरम पर होती है। जवानी के मत में चूर युवा वर्ग आजकल अपने माता-पिता को सम्मान देना जैसे भूल चुके हैं।
बेटों के दुर्व्यवहार से परेशान होकर मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में एक किसान ने कुछ ऐसा कर डाला जो सभी के लिए एक सबक है।
किसान ने अपने बेटों के व्यवहार से दुखी होकर अपनी जायदाद और वसीयत में से आधा हिस्सा अपने कुत्ते रॉकी के नाम और आधा हिस्सा अपनी पत्नी चंपा के नाम कर दिया। बेटों को अपनी जायदाद से बेदखल करने के इस मामले से परिवार वासी और गांव के अन्य सभी लोग हैरान है। पहचान फरीदाबाद की रिपोर्ट के मुताबिक ओमनारायण बाड़ी वाड़ा गांव में रहते हैं और पिछले कुछ समय से उनके बेटे उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे।
आए दिन उनके घर में विवाद और लड़ाई झगड़े चलते ही रहते थे। अपने बेटों के इन इस दुर्व्यवहार से परेशान होकर ओमनारायण ने अपनी जायदाद रॉकी नाम के अपने वफादार कुत्ते के नाम कर दी। ओमनारायण का मानना है की औलाद भले ही नालायक निकल जाए पर पालतू कुत्ता हमेशा वफादार रहता है।
ओमनारायण ने कानूनी शपथ पत्र बनाकर पालतू कुत्ते को अपना वारिस घोषित कर दिया। पारिवारिक विवाद के चलते 2 एकड़ जमीन अपने पालतू कुत्ते के नाम कर दी और शेर अपनी पत्नी चंपा के नाम यह मामला इन दिनों काफी चर्चा बटोर रहा है।