पिछले 15 सालों में सबसे ठंडा रहा “नया साल”, ठंड के साथ प्रदूषण ने भी मारा

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    नया साल तो आ गया लेकिन ठंड का कहर और प्रदूषण ओर भी बढ़ा गया। नए साल के दिन प्रदूषण का स्तर और तापमान का पारा दोनों में ही उछाल और गिरावट रिकॉर्ड स्तर पर दर्ज की गई हैं। नए साल के दिन नई उम्मीदें थी लेकिन ठंड ने सभी को एक उपहार दे दिया। शहर में साल के पहले ही दिन ठंड का नया रिकॉर्ड बना। पिछले 15 साल में पहली बार न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

    बढ़ता प्रदूषण और बढ़ती ठंड से जिलेवासी लगातार परेशान होते जा रहे हैं। फरीदाबाद से कुछ ही दूर हिसार का न्यूनतम पारा लगातार दूसरे दिन माइनस में रहा।

    पिछले 15 सालों में सबसे ठंडा रहा "नया साल", ठंड के साथ प्रदूषण ने भी मारा

    इस रिकॉर्ड स्तर तापमान से पहले न्यूनतम तापमान का रिकॉर्ड पिछले 3.0 डिग्री सेल्सियस था। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में सर्द हवाओं के साथ पारा शून्य तक भी पहुंच सकता है।

    पिछले 15 सालों में सबसे ठंडा रहा "नया साल", ठंड के साथ प्रदूषण ने भी मारा

    प्रदेश में लगातार ठंड का कहर बढ़ता जा रहा है। हिसार हो या सोनीपत हर जगह ठिठुरन बढ़ती जा रही है। प्रदेश में न्यूनतम पारे की स्थिति कुछ ऐसी रही, हिसार -1.2, नारनौल 0.2, फरीदाबाद 1.1, रोहतक 2.0, सिरसा 2.0, करनाल 3.5, भिवानी 3.9, अंबाला 4.4 ,कुरुक्षेत्र 4.5 तापमान डिग्री सेल्सियस में दर्ज किया गया।

    पिछले 15 सालों में सबसे ठंडा रहा "नया साल", ठंड के साथ प्रदूषण ने भी मारा

    लगातार बढ़ती सर्दी से बुज़ुर्गों समेत बच्चों पर भी खतरा बना हुआ है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी व लगातार चल रही हवाओं के कारण ठंड काफी बढ़ गई है। न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में बारिश के रूप में देखा जा सकता है।