जिले में जितने भी रेहड़ी – पटरी वाले हैं उनको आर्थिक सहायता देने के लिए शहर में शिविर लगाए जाएंगे। प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर योजना के तहत इन गरीबों को पैसे दिए जाएंगे। नए वर्ष से इस योजना को गति दी जाएगी। रेहड़ी-पटरी वालों के जीवन स्तर को संवारने के लिए विभिन्न बैंकों से 10 हजार रुपये का ऋण दिया जाएगा।
रेहड़ी-पटरी वालों को आर्थिक सहायता देकर सरकार बहुत मदद कर रही है, ऐसा कहना है गरीबों का। इस योजना के तहत जो ऋण दिया जाएगा उसको वर्ष भर में चुकाया जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब तबकों के लिए अनेकों योजनाएं बनाई हैं। इस योजना से गरीबों का कल्याण होना संभव है ऐसा कहना है लोगों का। पीएम स्ट्रीट वेंडर योजना के बारे में रेहड़ी-पटरी वालों को जानकारी देने के लिए जिले में अलग-अलग क्षेत्रों में शिविर लगाए जाएंगे। यह योजना रेहड़ी-पटरी के सहारे अपनी रोजी-रोटी चलाने वाले लोगों के लिए काफी मददगार रही है।
महामारी के इस दौर में सभी की आर्थिक व्यस्था ठप रही हैं। इस दौर में सड़क किनारे रेहड़ी-पटरी पर सामान बेचकर रोज रोटी कमाने वाले दुकानदारों की आजीविका पर काफी असर पड़ा है। फल, सब्जी विक्रेता, पान का खोखा लगाने वाले, ब्यूटी र्पालर या अन्य पटरी वाले पीएम स्ट्रीट वेंडर योजना के तहत ऋण ले कर अपने काम को विस्तार दे सकते हैं।
नए वर्ष से इस योजना का विस्तार करना गरीबों की सहायता से कम नहीं है। आपको बता दें, इस योजना के अंतर्गत रेहड़ी और पटरी वालों को अपने काम के विस्तार के लिए 10 हजार रूपये तक का ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। आवेदक के पास आधार कार्ड और बैंक खाता होना चाहिए।