फरीदाबाद को स्मार्ट सिटी की दौड़ में और आगे ले जाने के लिए अब फरीदाबाद जिले को सुरक्षा की नजर से अपडेट करने का प्रयास किया जा रहा है। अब ना सिर्फ वारदात पर लगाम लगेगा। वहीं अब फरीदाबाद वासी की सुरक्षा के इंतजाम भी पुख्ता करते हुए पुलिस बल ने फरीदाबाद शहर की बढ़ती आबादी के बीच वारदातों पर लगाम लगाने के लिए शहर के प्रमुख स्थलों पर तीसरी आंख कहे जाने वाले सीसीटीवी कैमरे फरीदाबाद स्मार्ट सिटी द्वारा लगाए गए हैं।
गौरतलब,पिछले दिनों जहां फरीदाबाद शहर में घटित हुए मनोज भाटी हत्याकांड में सीसीटीवी कैमरे ने अपनी अहम भूमिका निभाई है। तो वहीं कई मामलों में भी पुलिस ने सीसीटीवी के माध्यम से अपराधियों तक पहुंचकर सुलझाए हैं। यही कारण है कि अलग-अलग जगहों पर घटित हुए आपराधिक मामलों में सीसीटीवी कैमरे की सर्वश्रेष्ठ भूमिका रही हैं।
वही अगर निकिता हत्याकांड मामले की बात करें तो सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए सारे वारदात के बाद ही गुत्थी सुलझ पाई थी। सीसीटीवी कैमरों की मदद से शहर में हो रही सभी गतिविधियों पर नजर रख रही है ताकि कोई भी असामाजिक तत्व किसी भी सूरत में तीसरी आंख से बच न पाएं।
सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से फरीदाबाद पुलिस को यातायात नियमों के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करने मे सरलता देखने को मिली है। जानकारी के मुताबिक फरीदाबाद पुलिस ने अभी तक सीसीटीवी के माध्यम से करीब 3794 ई चालान किए हैं, जिनमें विदाउट हेलमेट 1921, रोंग साइड ड्राईविंग 113 और रेड लाइट क्रॉस करने वालों के 1758 चालान किए गए है।
अभी तक फरीदाबाद शहर कि प्रमुख 78 जगहों पर करीब 750 कैमरे लगाए जा चुके हैं। सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से फरीदाबाद पुलिस को अपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने में काफी मदद मिल रही है।
फरीदाबाद पुलिस की सभी क्राइम ब्रांच सीसीटीवी कंट्रोल रूम में तैनात पुलिस कर्मियों से संपर्क साध कर फोन पर ही कई मामलों को सुलझा लेती है। सीसीटीवी कैमरा के कंट्रोल रूम में निगरानी के लिए पुलिस की तरफ से पांच पुलिसकर्मियों को लगाया गया है।
इसके अलावा सीसीटीवी कंट्रोल रूम में करीब 30-35 लोग कार्य करते हैं। पुलिस उपायुक्त मुख्यालय डॉक्टर अर्पित जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी जल्दी ही और पुलिस कर्मियों को कंट्रोल रूम में तैनात किया जाएगा, ताकि रियल टाइम पर ही घटनाओं पर लगाम लगाया जा सकें।