फरीदाबाद : रविवार का दिन जहां शहरवासी देर तक सोना पसंद करते हैं। लेकिन अगर बारिश जो जाए तो सोने पर सुहागा हा जाए। रविवार को सुबह से ही बारिश हो रही है। जिसकी वजह से एक्यूआई में गिरावट देखने को मिली है।
रविवार को जिले में एक्यूआई का स्तर 159 दर्ज किया गया। इससे लोगों ने राहत की सांस ली है। हालांकि वायु गुणवत्ता अभी भी खतरनाक श्रेणी में है। लेकिन अगर पिछले कुछ दिनों की बात की जाए तो 31 दिसंबर को एक्यूआई को स्तर 231, 1 जनवरी को 254 और 2 जनवरी को 189 दर्ज किया।
एक्यूआई में गिरावट होने की वजह से सांस के रोगियों को राहत तो मिली है। लेकिन बारिश के बाद सर्दी बढ़ गई है। जिसकी वजह से बुजुर्गाें को काफी परेशानी हो रही है।
बीके अस्पताल के डाॅक्टर विनय ने बताया कि सर्दी बढ़ने की वजह से सबसे ज्यादा नवजात बच्चों को परेशानी होती है। क्योंकि सर्दी बढ़ते ही बच्चों को जुखाम व खांसी की परेशानी होती है। क्योंकि बच्चे गर्म कपड़े पहनने में आना कानी करते है। जिसके बाद उनको सर्दी लग जाती है।
सर्दी लगने के बाद परिजन बच्चों को डाॅक्टर के पास उपचार की बजाए घर पर ही उपचार करना शुरू कर देते है। जिसकी वजह से बच्चों की हालत कई बार बिगड़ जाती है। डाॅक्टर विनय ने बताया कि सर्दी लगने के बाद बच्चों को सबसे गर्म कपड़े पहनाने चाहिए। उसके बाद बच्चों को डाॅक्टर को जरूर दिखाना चाहिए। ताकि बच्चों को समय रहते उपचार मिल सकें।
बुजुर्गाें की बड़ी समस्या
सर्दी बढ़ने की वजह से बुजुर्गाें को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। क्योंकि बुजुर्गाें की हड्डियों में सर्दी के बढ़ने की वजह से दर्द शुरू हो जाता है। जिसके बाद उनको चलने फिरने में दिक्कत होती है। डाॅक्टर विनय ने बताया कि सर्दी के दिन में सबसे ज्यादा हड्डियों में दर्द वाले मरीज उनके पास इलाज के लिए आते है।
सर्दी में गर्म कपड़ों के साथ उनको अपने शरीर को गर्म रखने के लिए हीटर का भी इस्तेमाल करना चाहिए। ताकि उनके हड्डियों को गर्माहट मिलती रहे। उनको सर्दी के दिनों में घर से कम ही बाहर निकला चाहिए।