महामारी ने सभी की ज़िंदगी अस्तव्यस्त करदी है। अर्थव्यस्था हो या फिर शिक्षा सभी क्षेत्रों में मंदी का माहौल है। यदि किसान व्यावसायिक की ओर ध्यान दें तो प्रतिमाह लाखों रुपये कमा सकते हैं। फरीदाबाद के एक युवा ने ऐसी सीख दी है जिस से लोग किसानी की ओर झुकने पर विवष हो सकते हैं। जिले के गांव मंझावली के प्रगतिशील किसान अमरेश हैं, जिन्होंने करीब पांच साल पहले कंपनी प्रबंधक की नौकरी छोड़ बटन मशरूम की फसल लगाकर एक साल में ही लाखों रुपये का मुनाफा कमाया है।
अमरेश जैसे व्यक्ति लोगों को बहुत सीख दे जाते हैं, किसानी की ओर युवाओं का आज – कल पतन हो रहा है। अमरेश अब दूसरे किसानों को भी खेती करने के लिए प्रेरित ही नहीं कर रहे, बल्कि करीब 15 से 20 लोगों को रोजगार भी उपलब्ध करा रहे हैं।
रोजगार उपलब्ध करवाके जनता का भी भला कर रहे हैं। अमरेश मशरूम की खेती करके लोगों को रोजगार दे रहे हैं उपलब्ध है। उनकी मानें तो, कृषि सुधार कानून से किसान का दायरा काफी बढ़ गया है। उनकी फसल हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में जा रही है। अमरेश काफी पढ़े – लिखे हैं वो बताते हैं कि उन्होंने एमबीए, एलएलबी की पढ़ाई की पूरी करने के बाद मुंबई की एक कंपनी में प्रबंधक के पद पर काम किया था।
नौकरी छोड़ देने के बाद अमरेश सभी के लिए एक रोल मॉडल बन गए हैं। अमरेश की मानें तो मशरूम की फसल में है चुनौतियां उनके अनुसार सबसे बड़ी चुनौती श्रमिकों की है। उनका मान ना है कि मशरूम की बिक्री में काफी इजाफा हुआ है। उनका कहना है कि मशरूम की खेती काफी महंगी होने के कारण प्रत्येक किसान की पकड़ से बाहर है।