गुरूवार को ड्राई रन सफल होने के बाद अब शहरवासियों को कोवैक्सीन के आने का इंतेजार है। ड्राई रन के बाद अब स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से निश्यित हो गए है कि अब अगर उनको कोवैक्सीन लगाने के आदेश आते ही कोवैक्सीन की प्रक्रिया को शुरू कर दिया जाएगा।
सेक्टर 3 स्थित एफआरयू यूनिट 2 में चल रहे ड्राई रन का डीसी यशपाल द्वारा निरिक्षण किया गया। जिसमें उन्होंने सीएमओ डाॅक्टर रणदीप सिंह पुनिया से पूरे ड्राई रन की प्रक्रिया के बारे में पूछा। जिसके बाद उन्होंने सीएमओ से पूछा कि अन्य जगहों पर ड्राई रन किस प्रकार चल रहा है। ड्राई रन के सफल होने के बाद कोवैक्सीन की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा।
सीएमओ डाॅ रणदीप सिंह पुनिया ने बताया कि ड्राई रन के लिए जिले में छह सेंटरों का बनाया गया था। जिसमें से तीन ग्रामीण क्षेत्र में और तीन शहरी क्षेत्र में। उन्होंने बताया कि सभी सेंटरों पर ड्राई रन की प्रक्रिया काफी अच्छे से हुई है। ड्राई रन 5 कमरों में किया गया। सभी सेंटरों पर शांति पूर्ण तरीके से पूरा हो गया।
ड्राई रन सुबह 11 बजे शुरू किया गया था। ड्राई रन में सबसे पहले एंट्री गेट पर एक पुलिसकर्मी को तैनात किया गया। जो स्वास्थ्यकर्मी की जानकारी की जांच करेगा। उसके बाद यह चैक किया जाएगा कि उक्त कर्मचारी ने मास्क लगाया है या नहीं । अगर किसी व्यक्ति ने मास्क नहीं लगाया है तो पहले उनको मास्क दिया जाएगा। उसके बाद उनको सेनेटाइज किया जाएगा। सेनेटाइज करने के बाद स्वास्थ्यकर्मी का तापमान जांचा जाएगा। तापमान करने के बाद उनको प्रतिक्षा कक्षा में बैठाया जाएगा। जिससे के बाद उनको वैक्सीनेशन ऑफिसर 2 के पास भेजा जाएगा। जिसके बाद आॅफिसर उक्त कर्मचारी का डाटा कंप्यूटर पर चैक किया जाएगा। सब कुछ ठीक होने के बाद उसको कोवैक्सीन लगाने के लिए भेजा जाएगा।
कोवैक्सीन लगने के बाद उनको आधे घंटे के ओबजरवेशन में रखा जाएगा। इस दौरान कोवक्सीन लगाने वाले कर्मचारी को जांचा जाएगा कि उनको कोई परेशानी तो नहीं हुई। उसके बाद उनको चार चीजों के बारे में बताया जाएगा। पहला मास्क को पहन के रखे, सोशल डिस्टेंसिंग का इस्तेमाल करे, पहली डोज लग चुकी है दूसरी 28 दिनों के बाद लगाई जाएगी, इन 28 दिनों में कोई परेशानी होती है तो सीनियर मेडिकल ऑफिसर को संपर्क कर सकते है। दूसरी डोज के लिए आपको एसएमएस के जरिए बताया जाएगा। उसके बाद उनको जाने के लिए कहा जाएगा।
वहीं करौली के मेडिकल ऑफिसर डाॅक्टर विकास मलिक ने बताया कि ड्राई रन पूरी तरह से सफल रहा। ड्राई रन में किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। ड्राई रन की तैयारी पहले से ही कर ली गई थी। इसके अलावा जिन स्वास्थ्यकर्मी को कोवैक्सीन के ड्राई रन में आना था । वह समय पर ड्राई रन में मौजूद रहे।
वहीं तिगांव स्थित स्वास्थ्य केंद्र के सीनियर मेडिकल ऑफिसर डाॅक्टर हरीश आर्य ने बताया कि जिन लोगों ने मास्क की बजाए अन्य कपड़े का इस्तेमाल किया है उनको मास्क दिया गया। उसके बाद ही उनको एंटी दी गई। ड्राई रन में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई।
एनआईटी 3 नंबर स्थित ईएसआईसी मेडिकल काॅलेज में एमओ डाॅक्टर हीमा चुग ने बताया कि ड्राई रन की शुरूआत सीएमओ डाॅक्टर रणदीप पुनिया के द्वारा निरिक्षण करने के बाद शुरू किया।
कोवैक्सीन का कर रहे है इंतजार
जिले के नोडल ऑफिसर डाॅक्टर रमेश ने बताया कि गुरूवार का ड्राई रन पूरे जिले में सफल रहा। इसको लेकर ऐसा प्रतित किया जा सकता है कि अगर कोवैक्सीन उनके पास आ जाती है तो उनकी टीम पूरी तरह से तैयार है। कंप्यूटर ऑपरेटर के द्वारा जांच करने के बाद संबंधित एमओ के पास एसएमएस के जरिए जानकारी आ जाती है। उन्होंने बताया कि जनवरी के अंत में कोवैक्सीन आने की उम्मीद बनी हुई है।