स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में जिले की रैंकिंग को सुधारने के लिए हर वार्ड में साफ़ सफाई की सुविधा आरडब्लूए को दी जाये। नगर निगम अपने सुपरवाइज़र नियुक्त करे। कुछ इसी प्रकार के सुझाव कन्फेडरेशन आरडब्लूए ने दिए हैं। नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की हाज़िरी 3 बार लगनी चाहिए ऐसे सुझाव भी दिए हैं। जिले में ऐसे बहुत से हैं जहां गंदगी के विषय में वार्ड के पार्षदों को सूचना देकर सफाई कराने की मांग की गई है, लेकिन पार्षद के सक्रिय होने के बाद भी सफाई का कार्य नहीं होता है।
जिले में गंदगी का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। वर्तमान में सफाई कर्मचारियों की भी जिले में थोड़ी कम है। नगर के कुछ क्षेत्रों की सफाई व्यवस्था आंशिक रूप से प्रभावित हुई है।
बहुत से वार्डों के घरों के बाहर कचरा पड़ा रहता है, राहगीरों को बहुत परेशानी हो रही है। आपको बता दे, स्वच्छता सर्वेक्षण की 2019 में शुरुआत शहर में शुरू हुई थी। नगर निगम ऑनलाइन और मैन्युअल अपने शहर का फीडबैक मांग रहा है, लेकिन शहरवासी इसके लिए आगे नहीं आ रहे हैं। कुछ दिन पहले निगम सभागार में शहरभर की आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों बैठक हुई थी। इसमें 95 फीसदी आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों ने नगर निगम सफाई कर्मियों की कार्यशैली और डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली ईको ग्रीन के कामकाज पर सवाल उठाए थे।
फरीदाबाद स्मार्ट सिटी ज़रूर है लेकिन स्वच्छता के मामले में बिलकुल भी स्मार्ट नहीं है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में इस बार अव्वल रैंकिंग पाने के लिए लोगों को फीडबैक देना होगा। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की तरफ से ऑनलाइन फीडबैक देने के लिए एप और वेबसाइट की शुरुआत कर दी गई है।
जिले में गंदगी लगातार बढ़ती जा रही है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में फरीदाबाद अच्छी रैंकिंग लेकर आये इसके लिए ही आरडब्लूए ने यह मांगे की हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण में पब्लिक फीडबैक सबसे अहम हैं। जनता इस एप के ज़रिये अपनी फीडबैक दे सकते हैं। केंद्र सरकार की तरफ से फीडबैक के लिए https://swachhsurvekshan2020.org वेबसाइट शुरू कर दी गई है। इसके अलावा फोन के प्ले स्टोर में जाकर ss2021 vote for your city नाम से मोबाइल एप डाउनलोड करना होगा, जिसमें रजिस्ट्रेशन करने के बाद फीडबैक दिया जा सकता है।