कोरोना पॉजिटिव मरीज़ को ही नहीं बल्कि आस पास के लोगों को भी है खतरा , जानिए कैसे बचे इस खतरे से

0
509

कोरोना वायरस जैसी घातक बीमारी से बचने के लिए सरकार द्वारा हर मुमकिन कदम उठाए जा रहे हैं जिनसे लोगों की भलाई हो आज जिला प्रशासन फरीदाबाद द्वारा Home isolation के लिए कुछ गाइडलाइंस जारी की गई है जिनको हमने अपने पाठकों तक साझा करना जरूरी समझा।

क्या है कोरोना संक्रमित मरीज़ के लिए गाइडलाइन ?

  • हर समय ट्रिपल लेयर मास्क का उपयोग करें , तथा 8 घंटे के बाद उसे डिसइनफेक्ट करें और कचरे से अलग करके ही फेंके।
  • मरीज को अलग कमरे में रखें और घर के अन्य सदस्य जितनी हो सके उतनी उनसे दूरी बनाए रखने का प्रयास करें खासकर वह लोग जो किसी अन्य बीमारी से ग्रस्त हैं जैसे कि हृदय रोग मधुमेह इत्यादि ।
  • हर थोड़ी देर में पानी पीते रहे।
  • हाथ को साबुन के पानी से अच्छी तरह से धोएं और एल्कोहल वाले सैनिटाइजर से हाथ साफ करें।
  • अपनी निजी वस्तु किसी और को उपयोग के लिए ना दे।
  • मरीज अपने डॉक्टर की कही बातों का अच्छी तरह से ध्यान रखें और अपना ख्याल स्वयं रखने का प्रयास करें।
  • अपने घर की डोर बेल ,टेबल ,चैर इत्यादि वस्तुओं को समय समय सैनिटाइजर करते रहे।

संक्रमित मरीज के परिजनों को क्या करना है।

  • ट्रिपल लयर मास्क का उपयोग हर समय करें एवं अपने हाथों को जितना हो सके उतनी बार साबुन से अच्छे से धोएं ।
  • कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने से बचें।
  • खाने बनाते वक्त खाते वक्त या फिर किसी भी टेबल और अन्य वस्तु को छूने के बाद हाथों को मुंह से ना लगाएं और जितनी जल्दी हो सके साबुन से धो लें या फिर सैनिटाइज कर ले।
  • हाथों को सुखाने के लिए डिस्पोजेबल नैपकिन का उपयोग करें
    -मरीज की देखभाल करते वक्त हाथों में डिस्पोजल ग्लव्स पहने और उसके बाद सावधानी से निकलें।
  • मरीज के सीधे संपर्क में आने से बचें जैसे खांसते छींकते वक्त उनके संपर्क में ना आए ।
  • मरीज को खाना उनके कमरे में ही देना कि परिवार के साथ खाएं।
  • मरीज का ख्याल रखने वाले लोग अपना ध्यान अवश्य रखें और रोजाना अपना टेंपरेचर की जांच कराएं एवं खांसी जुखाम होने पर अपने डॉक्टर को जल्द से जल्द दिखाएं।
  • मरीज द्वारा इस्तेमाल की गई हर वस्तु को ध्यान पूर्वक निस्तारण करें।

यदि कोई व्यक्ति सिविल अस्पताल या रिकॉग्नाइज अस्पताल द्वारा को कोरोना पॉजिटिव पॉजिटिव घोषित किया जाता है और उसे केवल बुखार हो तो उसे होम आइसोलेशन की सलाह दी जाती है इसलिए इस दौरान केवल मरीज को ही नहीं मरीज के आसपास रहने वाले परिवार के सभी सदस्यों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की होम आइसोलेशन की सभी नियमों का उचित रूप से पालन हो । फरीदाबाद में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या 143 हो चुकी है और छह लोगों की मौत हो चुकी है इसलिए हमने इस गाइडलाइन को अपने पाठकों से साझा करना जरूरी समझे यदि आपके आसपास कोई ऐसा व्यक्ति है जो होम आइसोलेशन में है, कोरमा संक्रमित है तो उस तक यह जरुर शेयर करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here