महामारी के चलते देश में एक नई बीमारी बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी हैं, जिससे बचाव के लिए केंद्र सरकार द्वारा सभी राज्यों को सतर्क कर दिया गया हैं। इस बीमारी से बचाव के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया हैं।
देश के चार राज्यों – केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश , और हिमाचल प्रदेश के 12 स्थानों पर बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं, जबकि पंचकूला के मुर्गी पालन केंद्र में पक्षियों के अस्वाभाविक मौत के मामलो के बाद हरियाणा सरकार ने प्रदेश में हाई अलर्ट जारी किया हैं और नई गाइडलाइन्स भी जारी की हैं।
सरकार द्वारा जारी की गई एडवाइजरी में यह सलाह दी गई हैं की
- उपभोक्ता पोल्ट्री या पोल्ट्री उत्पादों को अच्छी तरह से पका के खाएं।
- भोजन के सभी भागो को 70 डिग्री सेल्सियस तापमान में पकाए।
- कच्चे पोल्ट्री और पोल्ट्री उत्पादों को कभी भी कच्चा खाये जाने वालों पदार्थो के साथ न खाएं।
- खाद्य पदार्थों को तैयार करने में शामिल व्यक्तियों को पोल्ट्री या कच्चे पोल्ट्री उत्पादों को इधर उधर करने पर अपने हाथों को साबुन और गरम पानी से अच्छी तरह धोए।
- पोल्ट्री उत्पादों के समपर्क में आने वाले सतहों को साफ और कीटाणुरहित रखना हैं।
बर्ड फ्लू की वजह से हरियाणा वाइल्डलाइफ डिपार्टमेंट द्वारा अधिकारियों को अलर्ट रहने के लिए आदर्श जारी कर दी गए हैं। वाइल्ड लाइफ इंस्पेक्टर व उनकी टीम हर रोज अलग अलग गांव को दौरा कर रही हैं और गांव के सरपंचों को अपना मोबाइल नंबर दे रही हैं, अगर कोई भी पक्षी बीमार व मृत मिले तो वह तुरंत टीम को सम्पर्क कर सकें।
कुछ वर्ष पहले मोर में रानीखेत बीमारी फैली थी। जिले में मोर की संख्या ज्यादा होने की वजह से अधिकारी रानीखेत बीमारी पर नज़र बनाए हुए हैं ताकि अगर कोई मोर की तबियत खराब हो तो उसे तुरंत अस्तपताल पहुँचाया जा सकें।
फरीदाबाद वाइल्डलाइफ सब इंस्पेक्टर चरण सिंह ने बताया की उनकी टीम जिले के हर गांव में जाकर बर्ड फ्लू के बारे में पंच और सरपंचों को जागरूक कर रही हैं और अपने नंबर भी उनको दे रही हैं कि अगर उन्हें कोई भी पक्षी बीमार या मृत अवस्था में मिले तो वो उनकी टीम को सूचित कर सकें।