प्रदेश समेत देश में इस समय किसान आंदोलन ने अपनी पकड़ काफी मजबूत कर रखी है। दिल्ली को चारों तरफ से घेर कर बैठे किसान लगातार अड़ियल रवैया अपनाकर बैठे हुए हैं। अखिल भारतीय किसान, मजदूर समन्वय संघर्ष समिति के आह्वान पर हिसार जिले के चारों टोल प्लाजा को फ्री रखने का अभियान वीरवार को 14वें दिन भी जारी रहा है।
किसानों और सरकार के बीच 7 से 8 बार बैठकें हो गयी हैं लेकिन अभी तक कोई नतीजा निकल कर सामने नहीं आया है। खराब मौसम व ठंडी हवाओं के बीच सभी टोल प्लाजा पर दिन व रात का धरना व पहरा जारी है। सैंकड़ों किसान मुस्तैदी से मोर्चे पर डटे हुए हैं।
टोल प्लाजा से लेकर बॉर्डर पर बैठे किसान कानून वापसी के सिवा कुछ और नहीं चाहते हैं। सूबे में किसान नेताओं ने 9 जनवरी को सभी टोल प्लाजा पर 42-42 गांवों के लोगों को न्योता देकर रैली में एकत्रित होने का आह्वान किया है ताकि सरकार को ताकत दिखाई जा सके। नए कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसानों के बीच गतिरोध 8वें दौर की बातचीत में भी नहीं खत्म हो पाया।
किसानों का आंदोलन काफी समय से चल रहा है कोई सुखद खबर भी नहीं आयी है अभी तक। सूबे में किसान नेताओं ने कहा है कि 9 की रैली के बाद हर गांव से रोजाना एक वाहन दिल्ली बॉर्डर के लिए कूच करेगा। तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। दिल्ली बार्डरों पर डटे किसानों की सेवा के बदले हरियाणा के युवाओं को पंजाब में अपने गांवों में ले जाया जा रहा है और उनका आतिथ्य सत्कार भी किया जा रहा है।
दिल्ली की जनता लगातार संघर्ष सेहन कर रही है। दिल्ली को किसान आंदोलन ने अपंग बना दिया है। 10 जनवरी से हर गांव से दिल्ली जाने वालों की संख्या में इजाफा किया जाएगा। खट्टर 10 जनवरी को किसान महापंचायत करने जा रहे हैं, इसके विरोध में आज किसानों ने आह्वान किया था कि इस कार्यक्रम के संयोजक और घरौंडा से बीजेपी के विधायक हरविंदर कल्याण के घर का घेराव करेंगे।