गर्भपात करने के चलते स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मारा छापा, रंगेंहाथों पकड़ा गर्भपात करते हुए

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शुक्रवार को देर रात स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सेक्टर 56 स्थित गौरव अस्पताल में गर्भपात के आरोप में छापेमारी की। देर रात तक चली कार्रवाई के दौरान मौके पर कई तरह की अनियमितताएं पाई गई। उक्त मामले के चलते 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। वहीं मौके से दो लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है।

सीएमओ डाॅक्टर रणदीप सिंह पुनिया ने बताया कि गौरव अस्पताल के खिलाफ काफी समय से गर्भपात करने की शिकायत मिल रही थी। जिसके चलते डिप्टी सीएमओ डॉ हरीश आर्य के द्वारा एक टीम का गठन किया गया।

गर्भपात करने के चलते स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मारा छापा, रंगेंहाथों पकड़ा गर्भपात करते हुए

टीम में खेड़ी स्वास्थ्य केंद्र के एसएमओ डॉ हरजिंदद, मेडिकल ऑफिस डॉ राखी व ड्रग कंट्रोल ऑफिसर डॉ पूजा शामिल थी। डॉ हरीश आर्य ने बताया कि रंगेहाथों पकड़ने के लिए उनकी ओर से एक नकली ग्राहक को गर्भपात करने के लिए तैयार किया गया। जिसके बाद उनको गौरव अस्पताल में गर्भपात करवाने के लिए भेजा गया। अस्पताल के लोगों ने महिला का अल्ट्रासाउंड करने व गर्भपात कराने की डील 5 हजार रुपये में

फाइनल की। उन्होंने बताया कि अस्पताल एमटीपी एक्ट के तहत रजिस्टर्ड है और रजिस्ट्रेशन डॉ मधु के नाम पर है।यहां पर अल्ट्रासाउंड सेंटर भी रजिस्टर्ड है। जिसके लिए डॉ राजकुमारी अधिकृत हैं। दोनों ही अस्पताल में मौजूद नहीं थी। उनकी गैर मौजूदगी में अस्पताल की एक नर्स अवैध रुप से खुद ही अल्ट्रासाउंड करने व गर्भपात की दवा देने का काम कर रही थी।

गर्भपात करने के चलते स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मारा छापा, रंगेंहाथों पकड़ा गर्भपात करते हुए


उन्होंने बताया कि नर्स जीजी थोमस उनके द्वारा भेजी गई नकली ग्राहक का अल्ट्रासाउंड कर रही थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया और अस्पताल संचालक से पैसे भी बरामद कर लिए गए।
डॉ हरीश आर्य ने बताया कि हमने अस्पताल संचालक गौरव, इंचार्ज सन्नी, अल्ट्रासाउंड संचलाक जगदीश, राजकुमारी व नर्स जीजी थोमस के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। नर्स मौके से फरार हो गई थी। वहीं राजकुमारी व जगदीश वहां मौजूद नहीं थे। गौरव व सन्नी को पुलिस ने मौके पर गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि अस्पताल में गर्भ में लिंग जांच करने के भी सबूत मिले हैं। इसके अलावा अल्ट्रासाउंड सेंटर में कई तरह की अनियमितताएं पाई गई हैं। कुछ बिना साइन किए गए व खाली फार्म भी वहां भी मिले हैं।