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उम्मीदों व ज़ज़्बे से बढ़ रहे हैैं, इन युवाओं के कदम। जानें कौन हैं वो

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कहा जाता है की युवा देश का भविष्य है जो राष्ट्रीय की नीव के कर्णधार है युवा दिवस पर देश के कुछ ऐसे युवाओं के बारे में आपको जानकरी देंगे  जिन्होंने अपनी आरामदायक जिंदगी से हटकर समाज और देश के लिए कुछ बड़ा किया हैं।

यह युवा समाज की समस्याओं पर विचार व उनका समाधान निकालने के लिए जूझते हैं। साथ ही लोगो को एक नई दिशा दिखाते है ताकि वो समाज के हित के बारे में सोच सके।

उम्मीदों व ज़ज़्बे से बढ़ रहे हैैं, इन युवाओं के कदम। जानें कौन हैं वो

दो दोस्त मिलकर बचा रहे है पर्यावरण

दरअसल फरीदाबाद  के दो दोस्त ऋषभ और अनुराग  एक बड़ी कंपनी में काम करते थे इंजीनियरिंग और फाइनेंस मैनजमेंट की पढ़ाई के बाद मुश्किल से दो साल की नौकरी ने ही उन्हें थका दिया। कुछ समय बाद उन्होंने नौकरी छोड़ कर समाज के लिए कुछ अलग करने की ठानी।

दोनो को समाज के लिए कुछ करना तो था ही। ऐसे में वह वन टाइम यूज़ प्लास्टिक निस्तारण ढूंढना शुरू कर दिया। उसके कुछ समय बाद ही पर्यावरण संरक्षण व कूड़ा निस्तारण के लिए री- कार्ट नाम की कंपनी शुरू की। अब छह साल से ये प्रोजेक्ट चला रहे है। बता दे की देश में कुल 42 नगर निगम व 37 सीमेंट फैक्ट्री के साथ काम कर रहे हैं।

उम्मीदों व ज़ज़्बे से बढ़ रहे हैैं, इन युवाओं के कदम। जानें कौन हैं वो

एनिमेशन फ़िल्म से अवेयर कर रहे है समाज को ये युवा।

एनिमेशन का इन दिनों अलग ही क्रेज है आज कल लोग एनिमेशन फ़िल्म को काफ़ी ज्यादा पसंद करते है अपनी एनिमेशन फ़िल्म से जागरूक कर रहे है फरीदाबाद के  हिमांशु , दरअसल हिमांशु समाज को सोशल इशू से लिए अवेयर करना चाहते थे। वह लगातार इस तरह के कंटेंट क्रिएट कर एंटरटेनमेंट फॉर्म में पेश करते हैं।उन्होंने हाल ही में मानवता नाम की शार्ट फ़िल्म बनाई है। फ़िल्म मानवता का संदेश आम लोगों तक पहुँचाने के लिए इस फ़िल्म को अभिनेता सोनू सूद ने आवाज़ दी है। फ़िल्म को लोगो ने काफ़ी सहारा और पसदं किया। 8 दिसंबर से अब तक इंस्टाग्राम पर इस वीडियो को 31 हजार , फेसबुक पर 25 हजार लोग देख चुके हैं। ऐसे ही हिमांशु ने काफ़ी सोशल इशू पर फ़िल्म बनाई है और लोगों ने पसंद भी की हैं।

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वह अपनी साधारण कहानी से छोड़ रहे है प्रभाव

दरअसल हिमांशु को एनिमेशन फ़िल्म बनाने का विचार डिज्नी फ़िल्म देख कर आया। जैसे डिज्नी फ़िल्म का बच्चों पर गहरा प्रभाव पड़ता है वैसे ही हिमांशु ने सोचा की क्यों न एनिमेशन फ़िल्म बना कर समाज को अवेयर किया जाए। वह साधारण कहानी क्रिएट करते थे और सोशल मीडिया पर डालते थे। बता दे की हिमांशु एनिमेशन की प्रोफेशनल ट्रेनिंग ले चुके हैं। मौजूदा समय में हिमांशु एक निजी कंपनी के साथ भी काम कर रहे हैं।

हिमांशु ने एक अजनबी नाम की एक फ़िल्म बनाकर गुड टच बेड़ टच का संदेश बच्चों को दिया।

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