किसान आंदोलन ने जंहा लोगो की सहानभूति हासिल की वही अब एक ओर उग्र हुए किसान ने राजनीती में उठा पठक शुरू कर दी है कैमला गाँव में हुए मामले के बाद कोई दो नहीं राय नही की भाजपा इसका पूरा फायदा उठाएगी ।
कल तक किसानो के साथ खड़े निर्दलीय विधायक अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर के समर्थन आ गए है , किसानो के मशीहा बनकर उतरे निर्दलीय नेताओ द्वाकरनाल के रा सीएम का हाथ थामना गठबंधन के लिए वेहतरीन संकेत है ।
बतादे की रविवार को हुई करनाल के कैमला गांव में हुए हंगामें के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने निर्दलीय नेता और ऊर्जा मंत्री रण जीत सिंह के घर पर पहुंच कर उन रूठे विधायकों को अपने कुल में शामिल करने का काम कर रहे है ।
रणजीत के आलावा सीएम के साथ लंच में बादशाह के निर्दलीय विधायक धर्मपाल गोंदर व् पुण्डरी के विधायक रणधीर गोलन शामिल रहे। इस दौरान वंहा का माहौल सियासी गुफ्तुगू से सराबोर रहा , मौजूदा हालातो पर अपने अपने विचार रखे गए ।
साथ ही वंहा पर उपस्थित चारो विधायकों ने मुख्यंमंत्री को आस्वस्त किया की वो सरकार के साथ मजबूती से खड़े है दरअसल रणदीप के अलावा सीएम के साथ लंच के दौरान हुई मीटिंग में कई नेताओ का वंहा पर
बता दे वार्ता में दौरान चार निर्दलीय विधायकों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को आश्वासन दिया है कि वह सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले हैं साथ ही रणदीप सिंह ने कहा कि हम सरकार के साथ इस प्रकार के लंच मिलकर करते रहेंगे ।
आज हमने 5 विधायकों के साथ वार्ता की क्योंकि चुना हुआ व्यक्ति पूरे प्रदेश का होता है सीएम चाहे कुछ भी कर सकते हैं वह सूबे के सरदार है विरोधी पार्टी का इसमें करना कुछ मायने नहीं रखता है साथ ही राकेश दौलताबाद का कहना है कि इसमें कोई रणनीति या राजनीति नहीं है यह एक सद्भाव की भावना है
इसमें हलके के कामों को लेकर भी चर्चा हो रही है रणधीर गोलन ने कहा कि हम सभी सरकार का साथ देंगे सीएम किसानों के साथ है अगर ना होते तो कैमला का कार्यक्रम भी होता और हेलीकॉप्टर भी उतारा जाता ,
विरोधी पक्ष किसानों को बहकाने का काम कर रहा है इसमें धरमपाल गोदर का कहना है कि खाने पर अच्छा माहौल रहा हम सभी खुश हैं उनके हलके के सभी कार्य पूरे होंगे जनता को खुश करना हमारा काम है किसानों के मामले पर हमारी शुभकामनाएं है कि मामला जल्द ही निपट जाए और मुझे पूरी उम्मीद है कि इस मामले का जल्द से जल्द सरकार कोई न कोई हल ढूंढ लेगी ।
ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह ने करनाल के कैमरा में किसान महापंचायत के दौरान हुए घटनाक्रम को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि लोकतंत्र में ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने धैर्य रखा उन्होंने अपने सभी साथियों को अपना समझा ।
इसलिए वहां का कार्यक्रम रद्द किया गया वरना राज्य सरकार के पास पुलिस फोर्स की पूरी टीम है कार्यवाही के आदेश दिए जा सकते थे मुख्यमंत्री ने यहां राजनीतिक परिपक्वता का परिचय दिया है मुख्यमंत्री ने सोचा कि यह हमारे ही किसान भाई हैं विरोध कर चल जाएंगे पर उनको ऐसा नहीं करना चाहिए उन्हें मुख्यमंत्री की बात को समझना और सुनना चाहिए था।