सड़क हादसों में एक्सिडेंट सिर्फ गाड़ी चलाने वालों की लापरवाही के कारण ही नहीं होते, जबकि इसमें सरकार की भी जिम्मेदारी होती है। यह लापरवाही सड़कों के रखरखाव और निर्माण से जुड़ी है।कई सड़क हादसे सिर्फ और सिर्फ इसी वजह से होते हैं, क्योंकि सड़क की कंडीशन ठीक नहीं होती।
पल्ला से तिलपत जानें वाली रोड़ का हाल बहुत बेकार हैं। यहां सड़क ठीक करने का काम आधा करके छोड़ दिया गया। जिस वजह से बारिश हो जाने से पानी भर गया हैं। सिर्फ़ इतना ही नही वहां पर कूड़े का ढ़ेर भी इक्कठा हो गया और इस वजह से हालत बहुत खराब हैं।
आपकों बता दे ये रोड़ सेहतपूर व तिलपत की है। यहां पर सड़क का काम 2019 में शूरू हुआ था। जहाँ पर आधी रोड़ को ठीक करके बाकी काम को अधूरा छोड़ दिया गया।आधी रोड मार्च 2020 तक तेयार हो गई थी। उसके बाद अप्रैल से इस काम पर कोई नज़र नही डाली गई और सिर्फ़ आधी रोड़ बनाकर कर काम बीच में ही छोड़ दिया गया। तब से लेकर अब तक इस सड़क को ठीक नही किया गया है। बीच में जुलाई के महीने में फूटपाथ बनाया गया लेकिन रोड़ को आधा बना कर बीच में ही छोड़ दिया गया। जिस वजह से जगह जगह पानी काफ़ी समय से भर जाने की वजह से भर कर काई जम गई है।
पल्ला से तिलपत की रोड़ का हाल बहुत बेकार है। इस वजह से लोगों को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है अक्सर बारिश में सड़क पर पानी भर जाने की वजह से अक्सर लोगों की गाड़ी फस जाती हैं। ऊपर से कई जगहों पर पर्याप्त लाइटिंग का अभाव है, जो सड़क हादसों के बढ़ाने वाले साबित होते हैं।
वैसे तो पूरी कोईश की जा रही है की हमारा शहर स्मार्ट सिटी में पहली श्रेणी में आए। और इसके लिए सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान मिशन भी चलाया हैं। लेकिन इसके बावजूद कूड़े का ढ़ेर जगह जगह देखा जा सकता हैं। ऐसे में कब शहर की सड़के दुरुस्त होगी और कब शहर कूड़ा मुक्त होगा ये सिर्फ़ एक सवाल बनकर रह गया हैं।
Written by: Isha singh