कहते हैं बीते वक्त के साथ हर बुरी आदत छूट जाती है और घटनाएं भूला दी जाती है। बावजूद अगर कुछ याद रहता तो वह रहता है दर्दनाक लम्हा जिसे इंसान जीवन भर भी भुला नहीं सकता।
अगर बात की जाए कोरोना संक्रमण के कारण सैकड़ों जनता को मिली दर्दनाक स्थिति को ना तो जनता भुला सकती है ना ही यह पूरा देश भूल नहीं सकता है।
वही संक्रमण के चलते जहां एक तरफ पूरे देश की आर्थिक नीव को हिला दिया गया था। वहीं दूसरी तरफ व्यापारियों को भी बड़े घाटे की कीमत अदा करनी पड़ेगी। जिसके चलते हरियाणा में सरकार को राजस्व में बड़ी मात्रा में हानि हुई थी।
जिसके बाद बीते वर्ष की आर्थिक मंदी को सुधारने के लिए इस नव वर्ष से ही सारे कार्य दोबारा से शुरू किए जाने हैं। इसके अलावा सरकार का आय के साधन बढ़ाने पर भी जोर रहेगा।
हरियाणा सरकार इस बार पूरी जद्दोजहद में है कि समय रहते 12 हजार करोड़ का राजस्व में घाटा पूरा कर लिया जाए। इस घाटे को पूरा करने के चक्कर में इसके कई नकारात्मक प्रभाव पेंशन पर पढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं और कई ऐसे हैं जो अभी भी बिल्कुल फंसे हुए हैं। ऐसे में जितनी जल्द यह राजस्व प्राप्त होगा उतनी तेजी से विकास होगा।
जैसे जैसे दिन प्रतिदिन कोरोना का ग्राफ नीचे गिर रहा है ऐसे में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर उम्मीद जता रहे हैं कि जल्दी तो देश की जनता को इस भयावह स्थिति से छुटकारा मिल सकेगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि हरियाणा सरकार की कार्यकुशलता के कारण ही ऐसा संभव हो सका है।
नए साल में नई योजनाओं को मूर्त रूप मिलेगा। सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजना एक लाख गरीब परिवारों को सक्षम बनाने की है। जिससे ऐसे परिवारों की प्रतिमाह की आय कम से कम नौ हजार अवश्य हो और वे जीवन यापन ढंग से कर सकें।
उन्होंने कहा कि वह मिस करते हैं कि यह नव वर्ष पुरानी परेशानियों को समाप्त कर नई प्रगति को एक उन्नति की ओर लेकर जाएगा।