प्रदूषण से हो रही साँस लेने में तकलीफ, हवा हो रही ज़हरली, जानिये कब तक साफ़ होगी हवा

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    जिले में लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ चुका है कि साँस लेने में तकलीफ होने लगी है। कल जिले का वायु गुणवत्ता सूचकांक 367 दर्ज किया गया है, जो बेहद गंभीर श्रेणी में आता है। हवा में प्रदूषित कण घुलने के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत सामना करना पड़ा। दो दिन पहले तक जिले में प्रदूषण का स्तर बहुत मध्यम श्रेणी में बना हुआ था।

    फरीदाबाद के साथ – साथ आस पास के इलाके में प्रदूषण की चपेट में हैं। लॉकडाउन और मौसम की मेहरबानी से 2020 में फरीदाबाद को साफ हवा वाले दिन पिछले तीन सालों में सबसे ज्यादा मिले। लेकिन स्तिथि अब ख़राब होती जा रही है।

    प्रदूषण से हो रही साँस लेने में तकलीफ, हवा हो रही ज़हरली, जानिये कब तक साफ़ होगी हवा

    आँखों में जलन भी लोगों को महसूस हो रही है। प्रदूषण के मामले में फरीदाबाद सारे रिकॉर्ड तोड़ रहा है। अब यह खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया है। दो दिन से फरीदाबाद का एक्यूआई 235 दर्ज किया गया था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से जारी किए सूची के अनुसार बुधवार को एक्यूआई 367 दर्ज किया गया।

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    कुछ दिन पहले शहर की हवा सांस लेने लायक बन गयी थी लेकिन अब वो हवा ना जाने कब मिलेगी। शहर में अलग-अलग जगहों में फैले प्रदूषण की बात करें तो सेक्टर-16 क्षेत्र की हवा सबसे अधिक खराब रही। यहां का एक्यूआई 390 दर्ज किया गया। वहीं, एनआईटी क्षेत्र का एक्यूआई 338 दर्ज किया गया।

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    सेक्टर 16 में सबसे अधिक प्रदूषण माना जाता है। प्रदूषण मापने का पैमाना कुछ इस प्रकार होता है। 0 से 50 तक AQI- ‘अच्छा’ 51 से 100- ‘सामान्य’
    101 से 200 – ‘मध्यम’ 201 से 300- ‘खराब’ 301 से 400- ‘बहुत खराब’ 401 से 500 – ‘गंभीर’ प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है। विभाग की टीमें शहर के अलग-अलग इलाकों में निरीक्षण कर रही है।