फरीदाबाद पुलिस ने की जिंदादिली की मिसाल पेश, मिला प्रथम श्रेणी प्रशंसा पत्र।

0
271

पुलिस चौकी सेक्टर 19 प्रभारी उप-निरीक्षक कैलाश ने जिंदादिली की मिसाल पेश करते हुए मानसिक रूप से बीमार चल रही 12 वर्षीय युवती को गाड़ी भेजकर उसके परिजनों के पास आगरा पहुंचाया है।

दिनांक 13 जनवरी 2021 को चौकी प्रभारी अपनी टीम के साथ थाना क्षेत्र में गश्त कर रहे थे कि बड़खल चौक के पास पेट्रोल पंप पर उन्हें एक छोटी लड़की दिखाई दी जोकि अजमेर जाने का रास्ता पूछ रही थी।

उप-निरीक्षक कैलाश ने लड़की से उसके और उसके परिजनों के बारे में पूछा तो उसने बताया कि उसका नाम ज्योति (बदला हुआ नाम) है। वह आगरा के जवाहर पुरम कॉलोनी की रहने वाली है और अजमेर जाना चाहती है।

फरीदाबाद पुलिस ने की जिंदादिली की मिसाल पेश, मिला प्रथम श्रेणी प्रशंसा पत्र।

लड़की के हाव-भाव और बात करने के तरीके से पुलिस टीम को लगा कि वह मानसिक रूप से बीमार है। चौकी प्रभारी ने लड़की से उनके परिजनों का फोन नंबर पूछा परंतु वह इसे बताने में असमर्थ थी।

चौकी प्रभारी कैलाश को लगा कि यदि लड़की को उसके परिजनों के पास नहीं पहुंचाया गया तो उसके साथ किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना घटित हो सकती है इसलिए अति शीघ्र इसे अपने परिजनों के पास पहुंचाना चाहिए।

लड़की की मदद करने के उद्देश्य से उन्होंने इंटरनेट से नंबर निकालकर आगरा के कई पुलिस थानों में संपर्क करके संबंधित पुलिस थाने से उसके परिजनों का पता लगवाया।

लड़की के परिजनों से बात करके पता चला कि लड़की के पिता की मृत्यु हो चुकी है और लड़की की मां आर्थिक तंगी के चलते उसे लेने फरीदाबाद नहीं आ सकती थी।

फरीदाबाद पुलिस ने की जिंदादिली की मिसाल पेश, मिला प्रथम श्रेणी प्रशंसा पत्र।

लड़की को सुरक्षित उसके परिजनों के पास पहुंचाया जा सके इसलिए चौकी प्रभारी कैलाश ने कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के पश्चात महिला पुलिसकर्मी सहित तीन पुलिसकर्मियों को लड़की के साथ भेजकर उसके घर तक पहुंचाया।

लड़की के परिजन लड़की को वापस पाकर बहुत खुश हुए और उन्होंने पूरी पुलिस टीम को तहे दिल से धन्यवाद दिया और कहा कि यदि वह नहीं होते तो उनकी लड़की के साथ कोई भी अप्रिय घटना घटित हो सकती थी परंतु पुलिस ने सक्रिय रूप से कार्य करते हुए उनकी लड़की को सुरक्षित उन तक पहुंचा दिया।

पुलिस आयुक्त श्री ओपी सिंह ने चौकी प्रभारी व उनकी टीम की हौसला अफजाई करते हुए उन्हें प्रथम श्रेणी प्रशंसा पत्र प्रदान किया और भविष्य में इसी प्रकार लोगों की मदद करते रहने के लिए प्रेरित किया।