शहर में सड़क हमेशा से ही खराब रहती हैं जिसके चलते लोग निगम में शिकायतें करने आते ही रहते हैं। सड़को में जलभराव और जर्जर की समस्या अक्सर आती रहती हैं जिसके चलते निगम के इंजीनियरिंग शाखा को सड़क निर्माण की फॉर्मूले में सुधार लाने की जरूरत हैं।
शहर में बढ़ते प्रदूषण को लेकर अधीक्षण अभियंता और एनआईटी,ओल्ड फरीदाबाद, तिगांव, बड़खल तथा बल्लभगढ़ के कार्यकारी के साथ हुई मीटिंग में गंभीरता बरतने के लिए बाबत आदेश जारी किए गए हैं। इस समय जिले की कई सड़के जर्जर की हालत में हैं और जिन क्षेत्रों में नई सड़के बनाई जा रही हैं वहां दिन भर मिट्टी के कण उड़ते रहते हैं जिसकी वजह से वायु प्रदूषण भी बढ़ता रहता हैं।
हार्डवेयर चौक से शहीद बाबा दीप सिंह चौक की सड़क पर कई गड्ढे बने हुए हैं तो सेक्टर 10-11, डिवाइडिंग रोड, बड़खल चौक से एसजीएम नगर रोड की सड़क पर कई दिनों से मिट्टी जमा हैं।
नगर निगम की और से कई जगह सड़क तो बना दी जाती हैं लेकिन सड़क के दोनों तरफ की जगह खाली छोड़ दी जाती हैं, जिससे हादसा होने की आशंका बनी रहती हैं।इन्ही सब स्तिथि में सुधार के लिए निगमायुक्त यशपाल यादव द्वारा पानी, सीवर, सड़क के समस्याओं के समाधान के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को समन्वय स्थापित करने की हिदायत दी गई है और साथ ही इंजीनियरिंग शाखा को अन्य शाखाओं के साथ मिल कर काम करने को कहा गया।
शहर में सड़कों की परेशानी को लेकर निगमायुक्त यशपाल यादव ने कहा – शहर को सुंदर बनाने के लिए हर सड़क अच्छे से बने। अगर जलभराव नही होगा तो सड़के भी जर्जर नही होगी। संबंदित कार्यकारी अभियंता अन्य शाखाओं से तालमेल बना कर काम करेंगे तो नतीजे बेहतर मिलेंगे और इंजीनियरिंग शाखा के अधिकारियों को कार्यप्रणाली में सुधार करना होगा जिससे शहर की सड़को की स्तिथि में भी सुधार आए।