मिड डे मील वर्करों पर बरती जायेगी सख़्ती , शिक्षा अधिकारी ने दिए कागज जाँचने के आदेश

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जिले के सरकारी स्कूलों में कार्यरत मिड डे मील वर्करो के ख़िलाफ़ बड़ी कार्यवाही हो सकती है। ज़िला मौलिक शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी को ग़लत तरीक़े से वर्करों को रखें जाने की ख़बर मिली है। इसका संज्ञान लेते हुए शिक्षा अधिकारी ने जाँच के आदेश दिये है।


आपको बता दे की मिड डे मील केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही है एक योजना है। इस योजना के तहत सरकार निःशुल्क पहली कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा तक के बच्चों को स्कूलों में भोजन वितरित करती हैं। इस स्कीम के तहत देश में हर रोज़ करोड़ों बच्चें पौष्टिक आहार ग्रहण करते है।

मिड डे मील वर्करों पर बरती जायेगी सख़्ती , शिक्षा अधिकारी ने दिए कागज जाँचने के आदेश

फ़रीदाबाद में 75000 विद्यार्थियों के लिए 757 वर्कर लगाए गये है जिनको 3500 रूपये तनख़्वाह दी जाती है। कई स्कूलों में पर्याप्त बच्चें न होने के बाद भी अधिक वर्कर लगे हुए है। जबकि नियमानुसार 100 बच्चों पर 1 वर्कर को लगाया जाता है।

भर्ती प्रक्रिया में भी महिलाओं को भी ज़्यादा तवज्जो दी जाती है। कुछ समय पहले गाँव सेहतपुर के सीनीयर सेकेंडरी स्कूल में एक वर्कर धनवती को बिना किसी वजह के हटा दिया गया था जिसे अब बहाल किया गया है।

मिड डे मील वर्करों पर बरती जायेगी सख़्ती , शिक्षा अधिकारी ने दिए कागज जाँचने के आदेश

ज़िला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने सभी हेड टीचर्स से मिड डे मील वर्करों से रेकॉर्ड माँगा है। काफ़ी और ऐसे स्कूल है जिनके वर्करों की शिकायत आयी है। ज़िला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने इन वर्करो के काग़ज़ात जाँचने के आदेश दिए है। ऐसे स्कूलों पर ज्यादा ध्यान देने की ज़रूरत है।

ऐसे वर्करों के रिकोर्ड जाँचने के आदेश दिए है जो लापरवाही बरतते है। उन्हें शिकायत मिली है कि कई वर्कर ग़लत ढंग से नियुक्त की गयी है। जाँच में गड़बड़ी मिली तो वर्करों के ख़िलाफ़ कार्यवाही की जायेगी।

मिड डे मील वर्करों पर बरती जायेगी सख़्ती , शिक्षा अधिकारी ने दिए कागज जाँचने के आदेश

अब देखना यह होगा कि जो भी मिड डे मील कर्मचारी इसमें दोषी पाया जाता है उस पर क्या कार्यवाही की जाती है।