हरियाणा कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने एक बड़ा दावा कर राजनीति का पारा चढ़ा दिया है। कुमारी शैलजा नें पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जज़पा और BJP के कई विधायक और अन्य निर्दलीय विधायक भी हमारे संपर्क में हैं।
कृषि क़ानून को लेकर इन विधायकों में काफ़ी ग़ुस्सा और रोष है। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने इसके जवाब में कहा कि कांग्रेस को ज़्यादा पता है यह हमें पता है कि कितने लोग संपर्क में है। मेरा इतना ही कहना है कि सावधान रहें।
सैलजा कि मीडिया विभाग की तरफ़ से जारी किए गए एक वीडियो में बताया कि सभी सत्तारूढ़ दल के विधायक कांग्रेस के विधायकों से बात करते हैं और कृषि क़ानून को लेकर बहुत ही ग़ुस्से में हैं।
कुमारी सैलजा ने कहा कि मौजूदा गठबंधन सरकार लोगों का और विधायकों का भरोसा खो चुकी है। उन्होंने साथ ही साथ यह भी कहा कि अगर हालात बनते हैं तो हम संविधान के अनुसार क़दम उठाएंगे और अपनी सरकार हरियाणा प्रदेश में बनाएंगे।
भाजपा और जजपा दोनों ही दलों के विधायक किसानों के समर्थन में हैं और उन्हें कृषि क़ानून का राजनीतिक नुक़सान भी हो रहा है। वैसे तो सुप्रीम कोर्ट ने कानूनो के अमल पर रोक लगा दी है परंतु किसान इसे पर्याय नहीं मानते। इससे किसान आंदोलन लंबा खींचने की कगार पर है।
साथ ही साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गठबंधन के नेताओं का सभी जगह विरोध हो रहा है। इन हालात को देखते हुए हमने बार-बार राज्यपाल से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है।
सत्र में कांग्रेस किसानों के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी ताकि पता चल सके कि कौन सा विधायक सरकार के साथ खड़ा है और कौन सा किसानों के साथ।