फरीदाबाद विश्व रिकॉर्ड बना सकता है। पिछले कुछ दिनों से लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। शहर में प्रदूषण तय मानक से अधिक है। अब शहर वासियों की सांस वायु प्रदूषण से फुल है। हालांकि इस पर काबू पाने के लिए कई उपाय किए गए। लेकिन अभी तय मानक तक प्रदूषण का ग्राफ नहीं लाया जा सका है।
जिला समेत दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में है। प्रदूषण के स्तर के मामले में आमजन को राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही है।
शहर में कल वायु गुणवत्ता सूचकांक 416 रहा। प्रदूषण के मामले में अपना शहर कल देश में चौथे नंबर पर रहा। प्रदूषण से सबसे अधिक प्रभावित सराय ख्वाजा, एनएचपीसी, बडख़ल, अजरौंदा, ओल्ड फरीदाबाद, बाटा, वाईएमसीए चौक, बल्लभगढ़, सेक्टर 24 व 25 के इलाके हैं।
कल ग्रेटर नोएडा 440 सूचकांक के साथ पहले, दूसरे पर 433 के साथ नोएडा और तीसरे पर गाजियाबाद रहा। हालांकि कुछ दिनों पहले फरीदाबाद प्रदूषण के मामले में सबसे ऊपर था। इस दिन इसका स्तर 447 रहा। पड़ोसी जिला गुरुग्राम की हवा भी लगातार तीसरे दिन ‘बेहद खराब’ की श्रेणी में दर्ज की गई है। दिल्ली-मथुरा रोड पर बल्लभगढ़ तक एसपीएम तय मानक से अधिक है।
जिले के प्रदूषण स्तर में लगातार वृद्धि होती जा रही है। हर बार सर्दियों में वायु गुणवत्ता सूचकांक बढ़ जाता है। इसका कारण वातावरण में नमी का होना होता है। लोगों को सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही है।