जून 2020 में हुए प्रशांत हत्याकांड का बचे हुए आखरी आरोपी मंजीत को क्राइम ब्रांच डीएलएफ ने गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी रेवाड़ी में किसी मुकदमे के चलते जेल में सजा काट रहा था जिसे प्रोडक्शन वारंट पर फरीदाबाद लाकर 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था जिसमें उससे वारदात में प्रयोग पिस्तौल बरामद किया गया है।
आपको बता दें कि वर्ष 2018 में प्रशांत ने आरोपी व उसके साथियों को अवैध हथियार के मुकदमे में गिरफ्तार करवाया था जिसका बदला लेने के लिए जून 2020 में आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर प्रशांत की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
प्रशांत के भाई की शिकायत पर थाना एसजीएम नगर में हत्या, षड्यंत्र रचने और अवैध हथियार के जुर्म के तहत आरोपियों के खिलाफ मुकदमा नंबर 198 दर्ज किया गया था।
प्रशांत की हत्या करने व आरोपियों को भगाने में आरोपी मंजीत, लॉरेंस बिश्नोई गैंग के मास्टरमाइंड शार्पशूटर राहुल उर्फ सांगा उर्फ बाबा उर्फ सुन्नी, मनीष उर्फ मुल्ला, रोहित, भारत व आशीष उर्फ आशु का नाम शामिल था जिसमें मंजीत को छोड़कर बाकी सभी आरोपियों को अगस्त 2020 में गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस आयुक्त श्री ओ पी सिंह द्वारा अपराधियों को पकड़ने के आदेश व उच्च अधिकारियों के दिशा-निर्देशों पर कार्य करते हुए क्राइम ब्रांच डीएलएफ प्रभारी उप-निरीक्षक अनिल कुमार व उनकी टीम ने मंजीत को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
आरोपी मंजीत पुत्र अमीर सिंह भिवानी के बडेसरा गांव का रहने वाला है। आरोपी बहुत ही शातिर किस्म का अपराधी है जिसके खिलाफ कई जिलों में मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस रिमांड पूरा होने के पश्चात आज आरोपी को दोबारा अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है।