इको ग्रीन की मेहरबानी, स्मार्ट सिटी बन रहा कचरा सिटी

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स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में जगह – जगह पड़े कूड़े – कचरे के ढेर ईकोग्रीन कंपनी की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं। निगम में आने वाले 40 वार्डों में कही वाहन कम है तो कही इनकी कार्यशैली से आमजन संतुष्ट नही है।

लोगों का कहना है कि कूड़ा उठान गाड़ी यानि इकोग्रीन की गाड़ियां नियमित रूप से नहीं आती है और आती भी है तो उनकी कार्यशैली संतोषजनक नही होती।

इको ग्रीन की मेहरबानी, स्मार्ट सिटी बन रहा कचरा सिटी

इतना ही नहीं पार्षद लंबे समय से अपने वार्डों में इको ग्रीन की मांग कर रहे है, परंतु इकोग्रीन की तरफ से इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार निगम क्षेत्र में अभी 273 इकोग्रीन की गाड़ियां चल रही है। जिनमें से वार्ड – 13 में 2, वार्ड – 2,14, 21, 25 में 4 – 4 तथा वार्ड – 10, 11, 12, 29, 30 में इकोग्रीन की 5-5 गाड़ियां चल रही है। वार्ड -18 में 3 इकोग्रीन की गाड़ियां चल रही है।

इको ग्रीन की मेहरबानी, स्मार्ट सिटी बन रहा कचरा सिटी

निगम पार्षद काफी लंबे समय से गाड़ियां को बढ़ाने की मांग कर रहे है, परंतु अभी तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं को गई है। इकोग्रीन की गाड़ियों को कमी की वजह से घर – घर से कूड़ा इकठ्ठा करना मुश्किल होता है, जिसके चलते लोग अपने घरों का कूड़ा सड़कों पर डालते है जिससे जगह – जगह कूड़े के ढेर देखे जा सकते हैं।

आपको बता दे कि नगर निगम द्वारा जिले भर से कचरा इकठ्ठा करने का काम इकोग्रीन को दिया गया था। दिसंबर 2017 से इकोग्रीन ने जिले में अपना काम शुरू किया था तभी से ही नगर निगम पार्षद ईकोग्रीन के कार्य प्रणाली से संतुष्ट नहीं है।

इको ग्रीन की मेहरबानी, स्मार्ट सिटी बन रहा कचरा सिटी

नगर निगम द्वारा ईकोग्रीन पर काफी पैसा खर्च किया जाता है इसके बावजूद भी इकोग्रीन निगम क्षेत्र में अपना कार्य ठीक से नहीं कर रही है। ऐसे में देखना होगा कि नगर निगम कब तक इकोग्रीन पर नकेल कस पाती है।

Written by Rozi Sinha