अपनी क्षमता से ज्यादा सामान लेकर चलने वाले वाहनों को तो आपने सड़कों पर तो देखा ही होगा। ये वाहन अपने साथ – साथ अन्य लोगों के लिए भी परेशानियों का कारण बनती है।
अब ऐसे वाहन चालकों पर शासन व्यवस्था ने नकेल कसने की तैयारी कर ली है। व्यवस्था ने जिले में ओवरलोडिंग सिस्टम को समाप्त करने के लिए जुर्माना लगाना शुरू कर दिया है।
क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण ऐसे वाहनों की धर- पकड़ शुरू कर दी है जो तय सीमा से ज्यादा सामान लेकर चलते है। शनिवार और रविवार को प्राधिकरण ने 22 ओवरलोडेड डंपरों का करीब 11 लाख रुपए का जुर्माना किया है। टीम द्वारा यह कार्यवाही सेक्टर -58 व अन्य क्षेत्रों में की गई है ।
जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने ओवरलोडिंग के खिलाफ अभियान तेज करने के आदेश दिए है, जिसको लेकर क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण द्वारा प्रतिदिन 1 से 6 लाख रुपए के चालान किए जा रहे हैं। आपको बता दे कि कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा भी ओवरलोडेड वाहनों को लेकर काफी सख्त है।
मोटर व्हीकल अधिकारी के मुताबिक विभाग कड़कड़ाती ठंड में भी सुबह 4 बजे से ही लोगों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए चालान करना शुरू कर देती है । लोगों को लगता है कि देर रात और तड़के सुबह कोई भी अधिकारी जांच के लिए सड़क पर नहीं होगा परंतु ऐसा सोचना गलत है ।
ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ छुट्टी वाले दिन भी कार्यवाही की जाएगी। विभाग का प्रयास है कि जिले में एक भी वाहन ओवरलोडेड ना चले। इस संबंध में वाहन चालकों को भी जागरूक किया जा रहा है।
शासन व्यस्था द्वारा चलाए जा रहे है इस चालान अभियान के बावजूद भी लोगों इस बारे में जागरूक नहीं है और ओवरलोडेड वाहन लेकर चल रहे है।
ऐसे में देखना होगा कि विभाग की यह कार्यवाही कितनी सफल हो पाती है और कब तक फरीदाबाद की सड़कें इन ओवरलोडेड वाहनों को अछूती होती है।
Written by Rozi Sinha