राष्ट्रीय युवा सप्ताह के दौरान जज्बा फाउंडेशन, संभारये फाउंडेशन और सोनू नव चेतना फाउंडेशन के सहयोग से जिले के अलग – अलग स्थानों पर स्थित बाल अनाथ आश्रम में बच्चों की चित्रकला को निखारने के लिए प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमें करीब 150 बच्चों को पेंसिल, रबर, शॉपरं, 2 तरह के कलर, ड्रॉइंग शीट आदि दी गई। जज्बा फाउंडेशन के अध्यक्ष हिमांशु भट्ट ने बताया प्रदेश व देश में लगभग पूरे सप्ताह से युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत स्वामी विवेकानन्द के जन्मोत्सव के अवसर अलग अलग दिन भिन्न भिन्न कार्यकर्मो का आयोजन किया गया।
तिकोना पार्क स्थित बाल आश्रम व सेक्टर 15 स्थित कन्या गीता आश्रम में बच्चों को उनकी चित्र प्रतिभा निखार हेतू संसाधन देने का कार्य किया है। हिमांशु ने बताया कि युवा प्रगतिशील, प्रतिभावान और रचनात्मक कार्यों के धनी होते हैं। इसलिए युवाओं को कच्चा संसाधन भी कहा जाता हंै। क्योंकि इन्हें जिस तरीके से उभारने का प्रयास करें। उसी में ढलकर वैसा ही स्वरूप ले लेता है। उन्होंने बताया कि इन बच्चों के अंदर भी प्रतिभा छुपी होती है। इसलिए वह समय समय पर बच्चों को प्रोतसाहन के तौर पर उनके लिए कुछ न कुछ कार्य करते रहते हैं। कई ऐसी कला होती है जिनके बारे में उन बच्चों को पता भी नहीं होता है।
इसी के चलते वह समय समय पर बच्चों के लिए ऐसा कार्य करते रहते है। संभारये फाउंडेशन के अध्यक्ष अभिषेक देशवाल ने बताया कि इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को यह बताना हंै कि जिस तरह से स्वामी विवेकानंद ने अपने जीवन में सफलता हासिल की ठीक उसी तरह उनके विचारों को अपनाकर युवा पीढ़ी भी सफलता हासिल करें। उन्होंने कहा कि यह बच्चे हमारा आने वाला कल है। इसलिए उनके भविष्य का ध्यान भी उन्हीं को रखना चाहिए। इस अवसर पर डॉ दुर्गेश, राहुल वर्मा, शेफली, नर्वदा, आदित्य झा, गौरव, नितेश नॉवल आदि मौजूद रहे।