फरीदाबाद : आपने यह तो सुना होगा कि घायल शेर सामान्य शेर से भी अधिक खतरनाक हो जाता है। ऐसा ही कुछ नजारा ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया के एक टीम मेंबर में देखने को मिला। जी हां बात करें हरियाणा के लाडले नवदीप सैनी की।
दरअसल, नवदीप सैनी भारतीय टीम के पेसर है, जो पहले ही दिन बुरी तरह घायल हो गए थे ऐसे में उनका खेलना संदिग्ध था।
पर आपको बता दें कि नवदीप ने अपने दर्द को ऐसा छिपाया जैसे उन्हें कुछ हुआ ही नहीं हो। ऐसे में फिर क्या था नवदीप मैदान पर वापस नहीं आते तो चार गेंदबाजों के साथ ही खेलना पड़ता।
नवदीप सैनी मैच के पहले दिन ही घायल होकर मैदान से बाहर चले गए थे तो करनाल वाले अपने छोरे के दुख से दुखी हो गए थे। अब करनाल तो क्या पूरा हरियाणा झूम रहा है। पूरा हरियाणा ही क्यों पूरा देश में जश्न के माहौल में डूबा हुआ दिखाई दे रहा है।
वही नवदीप के दादा कर्म सिंह जो 80 की उम्र को भी पारकर चुके हैं। उनका कहना है कि उनका नवदीप एक फौजी का का पोता है। जो कैसी भी चोट हो मगर मोर्चे पर डटा रहेगा। वही दूसरी तरफ नवदीप के पिता अमरजीत सिंह और मां गुरमीत कौर बताती हैं
कि उनके बेटे ने भारत का गौरव बढ़ाया है, जिससे वह बेहद खुश हैं। इसके अलावा नवी के बचपन के दोस्त तरनदीप सिदधू और सुरेंद्र सिंह ने बताया कि यह तेज गेंदबाज अब तक के करियर में अपने डेब्यू 20-20 मैच और वनडे में भी बेहतर प्रदर्शन कर चुका है
इन सबके अतिरिक्त नवदीप के भाई मंदीप सैनी ने बताया कि लाकडाउन के दौरान भी नवदीप ने जमकर अभ्यास। टीम इंडिया प्रबंधन की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए अपनी फिटनेस पर ध्यान दिया और गेंदबाजी की धार को कम नहीं होने दिया।