पाली गांव की दो बेटियों ने जीता पदक, एक ने 10 किलोमीटर दौड़ में सिल्वर व दूसरी ने पवार वेटलिफ्टिंग में स्वर्ण पदक

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हाल में करनाल में हुए राज्य स्तरीय खेलों में पाली गांव की दो बेटियों ने पदक जीत जिले का नाम रोशन किया। भारती भड़ाना ने 10 किलोमीटर दौड़ में सिल्वर मैडल जीता तो पाली की ही किरण भड़ाना ने पावर वेटलिफ्टिंग में स्वर्ण पदक जीता। बुधवार दोनों बेटियों का ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत करते हुए उन्हें सम्मानित किया। ग्रामीणों ने 85 किलो भार वर्ग में बॉडी बिल्डिंग में स्वर्ण पदक जीतने वाले सचिन भाटी को भी सम्मानित किया।

पाली गांव की दो बेटियों ने जीता पदक, एक ने 10 किलोमीटर दौड़ में सिल्वर व दूसरी ने पवार वेटलिफ्टिंग में स्वर्ण पदक

युवा समाजसेवी धीर सिंह भड़ाना के आवास पर हुए सम्मान समारोह में बेटियों की तारीफ करते हुए पूर्व विधायक नागेंद्र भड़ाना ने कहा कि आज हमारी बेटियां हमारे देश का गौरव बन रही है। स्वर्ण व् सिल्वर पदक जीतकर पाली गांव की दोनों बेटियों ने यह साबित कर दिया है कि बेटियां कहीं भी लड़कों से पीछे नहीं है तथा संकीर्ण सोच रखने वाले लोगों पर कड़ा प्रहार किया हैए
जो अपनी बेटियों को आगे बढ़ने से रोकते है। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे का सार्थक करते हुए हमें बेटियों को आगे बढ़ने के अवसर देने चाहिए।

पाली गांव की दो बेटियों ने जीता पदक, एक ने 10 किलोमीटर दौड़ में सिल्वर व दूसरी ने पवार वेटलिफ्टिंग में स्वर्ण पदक


दोनों बेटियों को सम्मानित करते हुए पाली गांव के निवासी एवं आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष धर्मबीर भड़ाना ने कहा की दोनों बेटियों ने गांव ही नहीं जिले का नाम रोशन किया है और उम्मीद है कि ये बेटियां अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खेलों में भी पदक जीतेंगी। उन्होंने कहा कि ये बेटियां अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए काफी मेहनत कर रही हैं। दोनों बेटियों को सम्मानित करते हुए युवा समाजसेवी एवं बॉडी बिल्डर धीर सिंह भड़ाना ने कहा कि अगर ये बेटियां नेशनल स्तर पर भी खेलेंगी तो उनकी तरफ से इन बेटियों को पांच लाख रूपये की आर्थिक सहायता की जाएगी ताकि ये बेटियां ओलंपिक स्तर तक पहुँच सकें। उन्होंने गांव के बड़े बुजुर्गों को भी सम्मानित किया। इस मौके पर इनेलो नेत्री जगजीत कौर पन्नू, राजेश्वर प्रधान, सीएम भड़ाना, कैप्टन तेज सिंह, हरिंदर भड़ाना, हर्षवर्धन भड़ाना, गुरदीप भड़ाना, जब्बीर सिंह नागर, रघुवर ददाय, जगत सिंह भड़ाना, महेंद्र भड़ाना, मुकेश भड़ाना सहित गांव के कई बड़े बुजुर्ग मौजूद थे।