संक्रमण का डर और खौफ से ज्यादा आजकल हरियाणा के जिलों में होने वाले पंचायत चुनावों के चर्चा जोरो जोरो से सुनाई देने लगी हैं। नहीं अब फरीदाबाद व पलवल समेत हरियाणा के सभी जिलों में होने वाले पंचायत चुनावों में आरक्षण का फैसला कोर्ट में पहुंचने के बाद संभावित प्रत्याशियों के दिलों की धड़कन बढ़ गई है।
दरअसल प्रत्याशियों को अब यह डर मन ही मन में खाए जा रहा है कहीं चुनाव की तारीख ना टल जाए। अगर ऐसा होता है तो प्रत्याशियों द्वारा जो खर्च किया जाए गया है उसे और अधिक बढ़ाने की संभावना भी बढ़ सकती है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि पंचायत चुनाव की तारीख का ऐलान हुआ ही नहीं था कि उससे पहले ही क्षेत्र में दावेदार प्रचार मे जुटे हुए थे। हालांकि, पलवल व रेवाड़ी की महिलाओं की याचिका के बाद नए आरक्षण प्रावधानों पर हाईकोर्ट के नोटिस को लेकर राज्य सरकार महाधिवक्ता बलदेव राज महाजन से मंत्रणा की तैयारी में है।
इसके आधार पर ही कोर्ट में सरकार अपना पक्ष रखेगी वहीं। अभी तक हाईकोर्ट ने चुनावों पर कोई स्थगन आदेश जारी नहीं किए। इसके बावजूद सरकार चाहती है कि चुनाव के घोषणा से पहले सभी तकनीकी बाधाओं को दूर कर लिया जाए। लिहाजा मुख्यमंत्री ने गुरुवार को इस मसले पर अधिकारियों की बैठक बुलाई है। बैठक में राज्य के मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी भाग ले सकते हैं।
गौर हो कि राज्य सरकार ने इस बार 50% सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की है। चुनावों में ओड नंबर वाले वार्ड पुरुषों के लिए और इवन नंबर वाले वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित करने का फैसला किया गया है। इससे ओड नंबर वाले वार्ड में महिला चुनाव लड़ सकती हैं