महामारी के खिलाफ चल रही जंग से पूरा देश लड़ रहा है। लेकिन टीकाकरण अभियान के शुरू होने से लोगो को अब राहत मिलेगी। वहीं भारत बायोटेक ने बड़ा एलान करते हुए लोगो को सावधानी बरतने के लिए कहा।
दरअसल उनका कहना है की कोविद के लड़ रहे लोग जो वैक्सीन लगवाने जा रहे है उनमें गर्भवती महिलाएं या स्तनपान करने वाली महिलाएं यह वैक्सीन न लगवाए। साथ ही साथ गंभीर रोगियों या खासी, भुखार, एलर्जी जैसे मरीजो को वैक्सीन ना लगवाने की सलाह दी गई है।
भारत बायोटेक कोविद वैक्सीन जो ‘ कोवैक्सीन ‘ है , उसके लिए सबसे पहले कंसेंट फार्म भरना पड़ेगा। कंसेंट फार्म भरने से पहले वैक्सीन लेने वाले को इस फार्म को समझाया जाता है और फिर बाद में उनकी सहमति ली जाती अगर उनकी सहमति होती है उसके बाद ही उन्हें वैक्सीन दी जाती है।
कंसेंट फार्म को भरना लोगो के लिए ज़रूरी है क्योंकि इसमे उनको अपने स्वास्थ्य की जानकारी देनी होती है हालांकि सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड के लिए कोई फार्म नहीं जारी किया गया है। वैक्सीन लगवाने के बाद लोगो को आधे घंटे के लिए अराम करने को कहा जाता है और फिर कुछ देर बाद उन्हें घर भेज दिया जाता है।
भारत बायोटेक ने लोगो को वैक्सीन लगवाने के बाद जरूरी सावधानियां भी बरतने के लिए कहा। वैक्सीन निर्माता कंपनी ने अपने ऑफिसियल वेबसाइट पर फैक्टशीट जारी किया जिसमें उन्होंने कहा कि लोगो को वैक्सीन लगवाने से पहले टीकाकरण अधिकारी को अपनी मेडिकल हेल्थ के बारे में बताना होगा।
उन्होंने कहा कि वैक्सीन का ट्रायल अभी तीसरे फेस में लेकिन इसकी अभी पूरी तरह से कोई प्रभावकारिता नहीं है। टीकाकरण अभियान के लागू होने से लोगो को अब थोड़ी राहत मिल रही है।भारत में लगाएं जाने वाली यह वैक्सीन पूरी तरह से स्वदेशी है। केंद्रीय स्वास्थ मंत्रालय ने यह बात की अनुमति दे दी है कि यह दोनों वैक्सीन सुरक्षित है।
और अगर वैक्सीन लगवाने के बाद लोगो को इसके साइडइफैक्ट होते है तो उसका इलाज भी सरकार द्वारा किया जा रहा है ताकि लोग किसी भी परेशानी का सामना ना कर पाएं।
Written by – Aakriti Tapraniya