जिले में लगातार गंदगी बढ़ती जा रही है। शहर में गंदगी बढ़ने के कारण क्या हो सकते हैं इसका जवाब निगम के अधिकारीयों के पास भी नहीं है। शहर के खत्तों पर कचरा फैला हुआ है। अलग-अलग क्षेत्रों में कचरा एकत्र करने के काम में लगे निजी रिक्शा चालक इधर-उधर चौक-चौराहों पर कचरा डाल रहे हैं। साफ सफाई के मामले में फरीदाबाद लगातार पिछड़ता जा रहा है। नए साल में स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए शुरू की गई नई व्यवस्था में फरीदाबाद ने कुछ खास अच्छा काम नहीं किया है।
बद से बदतर हालत में फरीदाबाद होता जा रहा है। कब और कैसे सफाई होगी किसी को नहीं पता। साफ सफाई के मामले में फरीदाबाद लगातार पिछड़ता जा रहा है। नए साल में स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए शुरू की गई नई व्यवस्था में फरीदाबाद ने कुछ खास अच्छा काम नहीं किया है।
जिले के लोग लगातार सफाई व्यस्था में सुधार चाहते हैं। इकोग्रीन कंपनी बार – बार बेपरवाही बरत रहा है। नगर निगम भी इकोग्रीन के खिलाफ कोई कार्यवाई नहीं कर रहा है। नियमित रूप से खत्तों से इकोग्रीन की ओर से कचरा नहीं उठाया जा रहा है। घर-घर से कचरा एकत्रित करने को वाहन नहीं जा रहे हैं। नगर निगम सफाई कर्मचारी यूनियन ने अतिरिक्त निगमायुक्त इंद्रजीत सिंह से संसाधन उपलब्ध कराने की मांग की है।
काफी जगह पर तो लोग खुद ही कचरा – कूड़ा फैला देते हैं। स्वच्छता के मामले में इकोग्रीन की कार्यप्रणाली ठीक नहीं है। इकोग्रीन लगातार काफी समय से चर्चाओं में बना हुआ है। फरीदाबाद नगर निगम ने सफाई कर्मियों के लिए फील्ड में कचरा एकत्र करने को बड़ी रेहड़ियां मंगवाई थीं, मगर कंपनी ने छोटी भेज दीं।
कूड़ा – कचरा जिले के कोने – कोने में फैला हुआ है। इकोग्रीन की लगातार आ रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए निगमायुक्त ने डिप्टी सीईओ को साफ कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 से पहले शहर की स्वच्छता की हालत बेहतर होनी चाहिए। शहर में एक मार्च से स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू होगा। लेकिन जिस प्रकार के काम जिले में हो रहे हैं, उस से लगता नहीं कि कैसे शहर सुंदर होगा।