गुरुवार को भाजपा के प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े द्वारा अपनी पार्टी के सभी जिला अध्यक्षों के साथ चंडीगढ़ में मंथन किया गया। जहां उन्होंने तीन दिनों तक चंडीगढ़ प्रवास के दौरान कुछ विधायकों व जिलाध्यक्षों ने तावड़े के समक्ष मंत्रिमंडल में बदलाव की पटकथा तैयार करने में भी सहयोग दिया है।
सूत्रों से प्राप्त हुई जानकारी के मुताबिक किसान आंदोलन के समाप्त होने या फिर हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल का संकेत दिख रहा है।
इतना ही नहीं बल्कि कुछ मंत्रियों के विभाग भी बदले जा सकते हैं। जिसके लिए सभी विधायकों और मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जा चुका है।
पार्टी प्रभारी द्वारा विधायकों और जिलाध्यक्षों से मुलाकात को गत दिनों सीएम और डिप्टी सीएम की पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के साथ हुई मुलाकात के साथ भी जोड़ा जा रहा है।
भाजपा प्रभारी को विधायकों व जिलाध्यक्षों ने कुछ मंत्रियों के मंत्रालयों तो कुछ मंत्रियों को बदले जाने के सुझाव भी दिए हैं।
विधायकों और मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड बनाया है। इसे पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष रखा जाएगा।
किसान आंदोलन से संबंधित कुछ सुझावों को कलमबद्ध किया गया है। सूत्रों का कहना है कि बजट सत्र के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल तय है। प्रभारी ने बुधवार देर रात सीएम के साथ उनके निवास पर डिनर किया। सूत्रों के अनुसार इस दौरान संगठन की मजबूती को लेकर गहन मंथन हुआ
प्रदेश में पिछले सात साल में सिर्फ प्रदेशाध्यक्ष के भरोसे चल रही कांग्रेस में जान फूंकने के लिए जिला और प्रदेश कार्यकारिणी का गठन अगले दो माह में हो सकता है। प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल मैदान में उतर चुके हैं।
2014 में अशोक तंवर के प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद खुलकर गुटों में बंटी कांग्रेस का संगठन खड़ा नहीं हाे सका। प्रभारी कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलकर जिला और प्रदेश कार्यकारिणी के गठन का काम पूरा करने में जुटे हैं। अभी निचले स्तर पर ब्लाॅक कार्यकारिणी का गठन जिला और प्रदेश कार्यकारिणी के बाद होगा।