महामारी के दौरान एक वीडियो सामने आयी थी जिसमे भारत के क्रिकेटर रोहित शर्मा व युवराज सिंह कुछ बात कर रहे थे, उसी बातचीत क दौरान युवराज सिंह ने दलित समाज पर कुछ अपशब्द / अपमानजनक शब्द कहे थे जिसके कारण युवराज सिंह के खिलाफ पुरे दलित समाज ने उनके ऊपर मुकदमा दर्ज कर दिया।
रोहित शर्मा और युवराज सिंह के बीच काफी दिनों पहले एक इंस्टाग्राम लाइव चैट सेशन हुआ था। वह वीडियो सोशल मिडिया पर काफी ज्यादा वायरल हुई और फॉरवर्ड की गयी। जैसे ही यह वीडियो वायरल हुई उसके तुरंत बाद युवराज सिंह पर इसके खिलाफ जांच शुरू हो गयी।
सोशल मिडिया पर इस वीडियो को काफी लोगो ने देखा और इस वीडियो की क्लिप बनाकर युवराज सिंह से माफ़ी मांगने की अपील की गयी। इसके बाद हांसी के पुलिस कर्मियों ने भारतीय क्रिकेक्टेर युवराज सिंह के खिलाफ अनुसूचित जाति व जनजाति अत्याचार का मामला दर्ज किया।
लेकिन शुक्रवार को इस मामले की जांच को हरयाणा पुलिस के बजाए चंडीगढ़ को सौंप दिया गया। हरयाणा पुलिस के मुताबित उन्होंने बताया की यह मामला चंडीगढ़ का है, और उन्होंने इस मामले को चंडीगढ़ तक भज दिया है।
अदालत की ओर से आयी रिपोर्ट के अनुसार इस मामले की आगामी 4 अप्रैल को होगी। युवराज ने अपने करियर में काफी महनत की है जिसका आज हम सब नतीजा देख सकते है। युवराज ने डेढ़ साल की उम्र से बल्ला पकड़ना शुरू कर दिया था, उनके पिता योगराज सिंह का सपना था की युवराज एक दिन बड़े होकर देश के लिए कुछ करेंगे इसलिए उन्होंने अपने बेटे युवराज को इस लाइन में भेजा और उनको इसकी अच्छे से तैयारी भी करवाई।
कुछ महीनों पहले युवराज के पिता ने एक बार फिर युवराज की जीत पर जश्न मनाया था, हालांकि यह जश्न की वजह काफी साल पुरानी है । यह 13 साल पुरानी जीत थी जब युवराज ने डरबन में हुए टी-20 वर्ल्ड कप में 6 बाॅल पर 6 छक्के मारे थे जिसको याद करके युवराज के पिता और उनकी पत्नी हेजल सेलिब्रेट करते नजर आए थे।
30 जून 2017 को वेस्टइंडीज के ख़िलाफ़ युवराज ने भारत के लिए आखिरी वनडे मैच खेला था वहीं आखिरी टी-20 मैच 1 फ़रवरी 2017 को इंग्लैंड के ख़िलाफ़ खेला। उनकी पत्नी हेजल का मानना है कि युवराज के फैंस उन्हें आज भी उतना ही प्यार करते हैं।
Written by – Aakriti Tapraniya