फरीदाबाद में लगातार कूड़ा – कचरा बढ़ता जा रहा है। जिले में एक मार्च से स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू होगा। कोई भी इलाका हो हर जगह गंदगी पड़ी मिल जाएगी। निगमायुक्त यशपाल यादव शहर की बदहाल सफाई व्यवस्था के मुद्दे पर नाराज दिखे। उन्होंने निगम अधिकारियों को हिदायत दी कि शहर साफ नजर आना चाहिए, ताकि स्वच्छता रैंकिग में शहर बेहतर स्थिति में आ सके। निगमायुक्त यशपाल यादव शुक्रवार शाम निगम मुख्यालय में निगम अधिकारियों की बैठक ले रहे थे।
स्वछता सर्वेक्षण के लिए आपको बता दें, केंद्र सरकार की टीमें फरीदाबाद आकर शहर की सफाई व्यवस्था का जायजा लेंगी। निगमायुक्त ने तीनों जोन के संयुक्त आयुक्तों को एक्शन प्लान बनाने के निर्देश दिए।
शहर में गंदगी बढ़ने के कारण क्या हो सकते हैं इसका जवाब निगम के अधिकारीयों के पास भी नहीं है। बाजारों में दुकानदार, रेहड़ी-पटरी वाले, खासकर फल और सब्जी विक्रेता इधर-उधर कचरा न फैलाएं, इस बारे में उन्हें जागरूक करना होगा। शहर की स्वच्छता रैंकिंग में सुधार कैसे होगा। खास बात यह है कि अभी तक हुए चार स्वच्छता सर्वेक्षण में फरीदाबाद हमेशा फिसड्डी रहा है।
बाजारों में डस्टबिन होना चाहिए। लेकिन शहर के बाज़ारों में अभी तक बहुत सी जगहों पर डस्टबिन नहीं है। यशपाल यादव ने कहा कि पहले बाजारों में जाकर दुकानदारों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करें। शहर के खत्तों पर कचरा फैला हुआ है। नीलम बीके रोड के पास रोज गार्डन के सामने इतना कूड़ा फैला रहता है कि यहां हमेशा आवारा पशु घूमते रहते हैं।
कई इलाकों में कूड़ा फैला रहता है और बदबू भी आती है। लोगों का यहां से निकलना मुश्किल हो गया है। यशपाल यादव ने निगम की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए बकाया करों की वसूली पर जोर दिया है। बद से बदतर हालत में फरीदाबाद होता जा रहा है। कब और कैसे सफाई होगी किसी को नहीं पता।