नश करने के कई तीरके होते है। जिसमें शराब व गांजा सबसे अहम है। लेकिन आज के समय में शराब और गांजा केअलावा नशेड़ी लोग इंजेक्शन के जरिए भी नश करने के आदि हो गए है। क्योंकि शराब औश्र गांजे के मुकाबले इंजेक्शन वाला नश काफी सस्ता होता है। इसी वजह से आज ज्यादातर लोग इंजेक्शन वाला नश कर रहे है।
इसी के चलते क्राइम ब्रांच सेक्टर 65 प्रभारी इंस्पेक्टर कर्मवीर व उनकी टीम ने अवैध नशा तस्कर आरोपी जय सिंह को ट्रामाडोल के 30 इंजेक्शनों सहित गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस टीम को गुप्त सूत्रों से सूचना मिली थी कि आरोपी बल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन की तरफ से बल्लभगढ़ बस स्टैंड से होता हुआ नशीले इंजेक्शन लेकर भुदत्त कॉलोनी लेकर जाएगा।
सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस टीम ने बल्लभगढ़ बस स्टैंड पर निगरानी शुरू कर दी। कुछ समय पश्चात आरोपी इंजेक्शन लेकर वहां से जा रहा था और पुलिस टीम को वहां देख कर पीछे घूम कर भागने लगा। पुलिस ने आरोपी को पकड़ कर उसकी तलाशी ली तो ट्रामाडोल के 30 इंजेक्शन बरामद किए गए। प्रत्येक इंजेक्शन में 2 एमजी दवाई थी इस हिसाब से 60 एमजी की कुल मात्रा बरामद की गई।
आरोपी के खिलाफ थाना सिटी बल्लभगढ़ में एनडीपीएस एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह नशा करने का आदी है। वह खुद भी इंजेक्शन लगाता है और नशेड़ियों को इंजेक्शन भेजता भी है। आरोपी जय सिंह पुत्र भाग सिंह भुदत्त कॉलोनी का रहने वाला है जिसे अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है।
डाॅक्टरों का कहना है कि इंजेक्शन से करने वाले नशे से व्यक्ति अपने शरीर में काफी मात्रा अगल अगल जगहों पर इंजेक्शन लगा कर शरीर को खराब कर लेते है। जिसकी वजह से उनके शरीर पर काफी जगहों पर लाल रंग के दाने व सुजन आ जाती है। जिससे उनको ओर भी ज्यादा तकलीफ होती है।