फ़रीदाबाद:इस वक़्त सम्पूर्ण सृष्टि कोरोना नाम की महामारी से जूझ रही है| दुनिया भर में कोरोना अपना कहर बरसा रहा है| जिससे बचने के लिए कई देशों में लॉकडाउन या स्वास्थ्य आपातकाल लगा दिया गया है| हालांकि लॉकडाउन के बीच देश-विदेश के स्कूल, कॉलेजों को बंद कर दिया गया है परंतु बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न हो इस बात को मद्धेनजर रखते हुए देश-विदेश की सरकारों ने ऑनलाइन कक्षाएँ शुरू की हैं|
तो आइए विस्तार से जानते हैं कि कैसे कोरोना काल में छात्रों के घर ही उनके लिए स्कूल-कॉलेज बन गए हैं-
देश में कोरोना महामारी से पहले भी whatsapp universities, Online courses का प्रचलन था| परंतु यह कोई नहीं जानता था कि आने वाले समय में पूरा देश ही ऑनलाइन माध्यमों पर आधारित हो जाएगा| आज पूरे देश में या कहना उचित होगा कि पूरे विश्व में, ऑनलाइन कक्षाओं या ऑनलाइन सभाओं का प्रचलन बढ़ गया है| आज हमें किसी भी कक्षा के लिए घर से बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है|
इतना ही नहीं कई विश्वविद्यालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ऑनलाइन परीक्षाएँ कराने पर भी विचार कर रहें हैं| परंतु अभी किसी भी प्रकार की औपचारिक सूचना की घोषणा सरकार की तरफ से नहीं की गई है|आज कक्षाओं के लिए किसी बड़े क्लास रूम की आवश्यकता नहीं है| आज हमारे घर ही हमारे लिए स्कूल,कॉलेज बन चुके हैं| देश भर में सरकार द्वारा कई ऑनलाइन पाठ्यक्रम शुरू कर दिये गए हैं| इसमें विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद राष्ट्रीय समन्वयक के तौर पर काम कर रहे हैं| जिसमें 600 से ज्यादा फ्री ऑनलाइन पाठ्यक्रम हैं| दूसरी तरफ सभी स्कूल और विश्वविद्यालय छात्रों को अपने –अपने स्तर पर ई- पाठ्य सामग्री उपलब्ध करा रहें हैं और साथ ही साथ सभी छात्रों की ऑनलाइन माध्यमों के द्वारा कक्षाएँ भी ली जा रहीं है|
आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि स्कूल, कॉलेज कब खुलेंगे, कब परीक्षाएँ होंगी| यदि स्कूल, कॉलेज नहीं भी खुले तो क्या परीक्षाओं के लिए भी ऑनलाइन माध्यमों का प्रयोग किया जाएगा या सरकार कुछ अलग प्रकार की व्यवस्था करेगी|
Written By : Prashant Garg