फरीदाबाद (बल्लबगढ़), 24 जनवरी। उपायुक्त यशपाल के दिशा निर्देशानुसार एसडीएम अपराजिता के मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आज रविवार को उपमंडल के गांव घरौंडा व जूनैड़ा में राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया।
डब्ल्यूसीडीपीओ शकुंतला रखेजा ने कहा कि बेटियां घर की आन बान और शान होती है। एक बेटी के जन्म से चार परिवारों में बच्चों की बेहतर परवरिश करती है। उन्होंने कहा कि एक तो वह घर जिसमें बेटी जन्म लेती है। दूसरा वह घर जिसमें बेटी विवाह उपरांत जाती है।
तीसरा परिवार जो बेटी का अपना परिवार होता है। उसको बेहतर तरीके से प्रवेश करती है और चौथा परिवार वह परिवार होता जिसमें उस बेटी के बच्चे जन्म लेकर उस घर के बसाने में बेहतर मदद करती है। उन्होंने कहा कि बेटियां बेटों से किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है।
चाहे वह पढ़ाई लिखाई की बात हो, खेल की बात हो या घर के काम में माता-पिता का हाथ बनवाने की बात हो तथा अन्य सामाजिक सरोकारों में भी बेटियां बेटों से बेहतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हर युग में महिलाओं ने पुरुषों का कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया है।
इसलिए बेटियों को पूरे सामाजिक सरोकार सरोकार के साथ बेटों के समान दर्जा देकर उन्हें उनकी पढ़ाई लिखाई और घर में अन्य परवरिश के सारे काम बेटियों के भी बेटों के समान करें।कार्यक्रम की अध्यक्षता गांव पंच ग्राम पंचायत की पंच तुलसी देवी और महिला प्रधान बबीता ने की।
राष्ट्रीय बालिका दिवस कार्यक्रम में बालिकाओं तथा उनके माता-पिता को भी सम्मानित किया गया। जिला में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। ये जागरूकता कार्यक्रम उन गांव में आयोजित किए जा रहे हैं जहां लिंगानुपात में काफी अंतर है।
ऐसे गांव जहां पर लड़कों के मुकाबले लड़कियों की संख्या बहुत कम है। जागरूकता अभियान में बेटियों के पालन पोषण और अन्य सामाजिक सरोकारों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इस अवसर पर सूपरवाइजर गीता देवी, आंगनबाड़ी वर्कर वन्दना, शीला, काजल, गीता सहित आंगनबाड़ी सहायक तथा गावों की गणमान्य महिलाएं उपस्थित रही।