एक साल की देरी से पहुँच रहा है पार्षदों के पास पैसा ,तो फिर अगले साल का विकास कैसा ?

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फरीदाबाद : शहर का विकास कार्य कितने दिनों से शुरू होने की बाट जोह रहा है लेकिन जिस तरह के हालत नजर आ रहे है उससे लगता है की अभी फरीदाबाद को विकास तक पहुंचने में समय लगेगा।

बेशक सरकार के नुमाईंदे इस बात पर जोर देते है की शहर के विकास को गति दी जा रही है लेकिन शहर के हालात ऐसे है की पुरे शहर में विकास रफ़्तार की गति को रोक दिया गया है। गत वर्ष जितने भी विकास कार्य हुए है

एक साल की देरी से पहुँच रहा है पार्षदों के पास पैसा ,तो फिर अगले साल का विकास कैसा ?

उन कार्यों का पैसा ठेकेदारों तक नहीं पहुँचा था इसलिए ठेकेदारों ने विकास कार्य पैसे ना मिलने की वजह से रोक दिए थे। परंतु इस वर्ष विकास कार्यों के लिये 1 करोड़ रूपये आवंटित हुआ है परंतु यह पैसा 2020 के विकास कार्यों में चला जाएगा।


इस के चलतें केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और निगमायुक्त यशपाल यादव की अध्यक्षता में सभी पार्षदों के साथ बैठक की। बैठक का मक़सद पार्षदों को विकास कार्य में आने वाली बाधाओ को दूर करना था। निगम कमिश्नर यशपाल यादव ने कहा कि सभी पार्षद जितनी जल्दी प्रस्तावित कार्यों की सूची हमें उपलब्ध कराएँगे उतनी जल्दी काम शुरू करा दिए जाएँगे।

एक साल की देरी से पहुँच रहा है पार्षदों के पास पैसा ,तो फिर अगले साल का विकास कैसा ?

फ़रीदाबाद जिले में मुख्यतः कचरे की और साफ़ पानी की क़िल्लत ज़्यादा रहती है परंतु इतने सालों बाद भी यह समस्या जस की तस बनी हुई है। सभी अधिकारी आश्वासन तो देते है परंतु सच्चाई कुछ और ही होती है। निगमायुक्त ने कहा कि जून से पहले इस शहर को कचरा मुक्त करने का प्रयास किया जाएगा।

वही पार्षदों ने अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर उन्हें कटघरे में खड़ा कर दिया है। अलग अलग वार्ड के पार्षदों ने सफ़ाई, सीवर और नीलम पुल का मुद्दा उठाया था। यशपाल यादव ने उन्हें आश्वासन दिया और कहा कि जो भी ठेकेदार काम को समय पर पूरा नहीं करेगा उन पर जुर्माना लगाया जाएगा।