यह संस्था स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर गीले और सूखे कचरे के लिए करेगी जागरूक

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    स्वच्छता सर्वेक्षण सिर पर है लेकिन तैयारियां जीरो हैं। इसको लेकर नगर निगम में इको सवेरा संस्था के साथ मिलकर जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है। शहर को स्वच्छ रखने की दिशा यह कदम सही है। लोगों को अभी इस बारे में जागरूक करना है कि गीला और सूखा कचरा वह अलग – अलग फेंका करे। गीला कचरा जैसे छिलके, फलों का अपशिष्ट, अंडे के छिलके, खराब व बचा भोजन, खराब दही। जबकि सूखा कचरा जैसे प्लास्टिक, बोतलें, कागज कप, प्लेट, पैकेट अखबार, डिब्बे, बाक्स, पुराने कपड़े।

    इकोसावेरा की तरफ से शहर के 4 इलाकों को पहले चिन्हित किया गया है। स्वच्छता सर्वेक्षण 1 मार्च से जिले में शुरू हो रहा है। नगर निगम स्वच्छता अभियान में बेहतर रैंकिंग लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।

    The problem of wet waste - Foodservice Consultants Society International

    फरीदाबाद की रैंकिंग लगातार ख़राब हो रही है। निगम की ओर से शहरवासियों को जागरूक किया जा रहा है। गीला और सूखा कचरा के लिए आपने दुकान, प्रतिष्ठान, होटल ही नहीं अब आवासीय इलाकों में हर घर में नीला एवं हरा रंग का दो डस्टबिन ज़रूर देखा होगा। हर साल सफाई पर करोड़ों रुपये फूंकने के बावजूद नगर निगम अच्छा स्थान पाने से चूक जाता है।

    Waste Management And Garbage Disposal Services in Sharma Chowk Badkhal Road  NIT,, Faridabad, Shivam Enterprises | ID: 8279654291

    बहुत सारे अधिकारियों का यह भी मानना है कि रैंकिंग में गिरावट का कारण गीला-सूखा कचरा अलग-अलग न लेना व शहर से निकलने वाले कचरे को पूरी तरह प्रोसेस न कर पाना है। यह संस्था आरडब्लूए के ज़रिये लोगों को भी जागरूक कर रही है। लोग जागरूक होंगे तो ही शहर साफ होगा। ऐसे तो नगर निगम के प्रयासों से शहर का कुछ नहीं होने जा रहा।

    This New Recycling Innovation Could Revolutionize Waste Management Globally  – Intelligent Living

    स्वछता सर्वेक्षण कुछ ही दिनों में शुरू हो जाएगा। सरकार ने हरा डस्टबिन में गीला कचरा, जिसमें रसोई का कचरा, फल के छिलके, सड़े फल, सब्जी, बचा भोजन, अंडे के छिलके आदि को डालना है और नीला डस्टबिन में प्लास्टिक, , बोतलें, कागज कप, प्लेट, पैकेट अखबार, डिब्बे, बॉक्स, पुराने कपड़े आदि को डालना है ऐसे निर्देश पहले से ही बनाके रखे हुए हैं।