HomePublic IssueIT की झांकी निकालना पड़ा भारी, 5 घंटे तक ख़ौफ़ में अटकी...

IT की झांकी निकालना पड़ा भारी, 5 घंटे तक ख़ौफ़ में अटकी रही सांसे

Published on

26 जनवरी को दिल्ली में किस तरह का कोहराम मचा यह बात दुनिया के सामने सोशल मीडिया के माध्यम से भलीभांति आ चुकी है। मगर इस आंदोलन के उफान में आईटी की झांकी पेश करने वाले इस उपद्रव के दौरान किस तरह लाल किले में फस गए और अपने आप को सुरक्षित बचा के रखा यह भयंकर दृश्य और कभी ना भुलाने वाली घटना स्वयं हरियाणा यमुनानगर की निवासी मिस्वा ने बताई।

जैसा मिस्वा ने बताया कि वह किस तरह अपने प्रतिभागियों के साथ इस उपद्रव के दौरान 5 घंटे तक लाल किले में फंसी रही और सिसकियां भरते हुए चुपचाप एक जगह बैठी रहे। उन्होने बताया कि तकरीबन रात 8 बजे उन्हें उस खौफनाक मंजर से बाहर निकाला गया तब जाकर उन्होंने चैन की सांस ली।

IT की झांकी निकालना पड़ा भारी, 5 घंटे तक ख़ौफ़ में अटकी रही सांसे

जैसा मिसवा बताती है कि वह 17 जनवरी को घर पर थी। शाम को फोन आया कि गणतंत्र दिवस परेड में IT की झांकी को प्रस्तुत करना है। 22 जनवरी को दिल्ली में मिलिट्री कैंप में रिपोर्ट की। 23 को रेस्ट के बाद 24 को प्रैक्टिस में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ, रविशंकर प्रसाद, किरन रिजीजू समेत अन्य केंद्रीय मंत्रियों ने हम सभी को संबोधित किया। हमें कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) की झांकी को रिप्रजेंट करना था।

हमारे साथ रेवाड़ी की सोनू वाला भी थीं। 26 जनवरी को सुबह 7 बजे हम राजपथ पर पहुंचे। यहां हमारी खुशी का ठिकाना नहीं था, जो टीवी पर देखते थे सेना के जवानों के करतब हमारी आंखों के सामने हो रहे थे। हम खूब सेल्फी ले रहे थे। सभी एक-दूसरे को बधाई दे रहे थे। राष्ट्रपति सामने थे। 10 बजे झांकी के साथ राष्ट्रपति को सलामी दी तो खुद पर कितना गर्व हुआ, यह शब्दों में नहीं बताया जा सकता।

IT की झांकी निकालना पड़ा भारी, 5 घंटे तक ख़ौफ़ में अटकी रही सांसे

इसके बाद लाल किले से बस में बैठकर कैंप में लाैटना था। जब हम लालकिले से मुश्किल से 200 मीटर की दूरी पर थे, वहां जो दृश्य था, वह बहुत डरावना था। हर तरफ भगदड़ मची थी। सामने से ट्रैक्टर आ रहे थे, तभी गोली चलने जैसी आवाजे आईं।

पुलिस फोर्स दौड़ रही थी। हमें बसों में बैठने से सुरक्षा बलों ने रोक दिया। पास के पार्क में ले गए। पता चला कि कुछ शरारती तत्वों ने हमला कर दिया है। उन्होंने लाल किले पर अपना झंडा भी फहरा दिया है। उस समय हम करीब 200 लोग थे, सभी बहुत डर गए।

IT की झांकी निकालना पड़ा भारी, 5 घंटे तक ख़ौफ़ में अटकी रही सांसे

किसी के पास मोबाइल भी नहीं था, जिससे हम अपने घरों भी बात नहीं कर पा रहे थे। हालात बहुत खराब थे। सभी घबरा गए थे। असम से आई लड़कियां तो रोने लगीं। किसी को समझ में नहीं आ रहा था कि अब क्या होगा। तनाव लगातार बढ़ रहा था।

इसी बीच हमें पार्क से लालकिले के पीछे ले जाया गया, लेकिन तभी कुछ उपद्रवी अंदर की तरफ दाखिल हो गए। एक महिला पुलिसकर्मी हम सभी को किले के ऊपर फर्स्ट फ्लोर पर ले गई। यहां सभी को दीवार के साथ बैठा दिया गया, ताकि कोई शोर न करे। सभी सिसक रहे थे। पीने के पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं थी।

IT की झांकी निकालना पड़ा भारी, 5 घंटे तक ख़ौफ़ में अटकी रही सांसे

लड़कियों के हालात और उनकी परेशानी को देखकर पुलिस अधिकारियों ने हमें अपने फोन दिए, ताकि हम अपने-अपने घर पर बात कर सकें और घबराएं नहीं। सुरक्षा बल हमें बार-बार हिम्मत बंधा रहे थे। दोपहर करीब एक से शाम 5 बजे तक सभी इसी तरह भय के माहौल जिए।

फिर हालात नाॅर्मल हुए और हमें रिफ्रेशमेंट मिला। हम सभी को शाम करीब 6 बजे दरियागंज थाने ले जाया गया। यहां बिस्किट वगैरह भी दिए गए। रात करीब सवा 8 बजे जब हम अपने कैंप में लौटे तो सभी की जान में जान आई।

Latest articles

Faridabad के प्रॉपर्टी डीलर के साथ अपने ही घर में हुआ कुछ ऐसा कि, सुनकर कांप जाएगी आपकी रूह

इन दिनों शहर का क्राइम रेट बढ़ता जा रहा है, अपराधी अपराध करने के...

हरियाणा का दूल्हा बड़े ही फिल्मी स्टाइल में लेने पहुंचा अपनी दुल्हन, पड़ोसी देख कर हो गए दंग

वेडिंग सीजन शुरू हो चुका है, ऐसे में दूल्हे घोड़े पर सवार होकर अपनी...

Haryana की 106 साल की रामबाई करेंगी ये काम, जानकर आप भी हो जाएंगी दंग

इंसान 50 की उम्र तक आते आते कमजोर होने लगता है, धीरे धीरे उसके...

More like this

Faridabad के प्रॉपर्टी डीलर के साथ अपने ही घर में हुआ कुछ ऐसा कि, सुनकर कांप जाएगी आपकी रूह

इन दिनों शहर का क्राइम रेट बढ़ता जा रहा है, अपराधी अपराध करने के...

हरियाणा का दूल्हा बड़े ही फिल्मी स्टाइल में लेने पहुंचा अपनी दुल्हन, पड़ोसी देख कर हो गए दंग

वेडिंग सीजन शुरू हो चुका है, ऐसे में दूल्हे घोड़े पर सवार होकर अपनी...