26 जनवरी को लाल किले पर हुई घटनाओं के बाद से ही किसान आन्दोलन की राजनीति गरमाई हुई है। आए दिन आंदोलन से संबंधित कोई न कोई मामला सामने आता ही रहता है, ऐसा ही कुछ गुरुवार रात करीब नौ बजे गाजीपुर बार्डर को देखने को मिला जहां पर बवाल होते होते बच गया।
दरअसल मीडिया, समर्थकों और पुलिस वालों से घिरे बैठे किसान नेता राकेश टिकैत मंच पर अचानक चीखने लगे, “इसे पकड़ो, पुलिस के हवाले करो। यह हमारे धरने को बदनाम करने की किसी साजिश का हिस्सा हो सकता है।” शोर सुनकर मीडिया और पुलिस वाले मंच के करीब पहुंच गये। उस समय राकेश टिकैत ने एक शख्स को पकड़ा और उसे थप्पड़ मारा, इसके बाद उसे पुलिस के हवाले किया।
साथ ही मीडिया से कहा कि, यह आदमी कोई बाहरी है। हमारे धरना को बदनाम करने की नीयत से मंच पर आया था। इसके हाथ में लाठी थी। हमें पूरा शक है कि, यह शख्स किसी बाहरी ताकत ने भेजा है।
वही मीडिया ने जब राकेश टिकैत से पूछा कि, जब आपने खुद अपने मंच से कोई संदिग्ध या बाहरी पकड़ा है तो फिर इतना शोर मचाने की क्या जरुरत है? आप लोग पहले खुद ही संदिग्ध से पूछताछ क्यों नहीं कर लेते हो? इस पर राकेश टिकैत बोले, पूछताछ करना हमारा काम नहीं है। हमारा काम किसानों के हक की लड़ाई लड़ना है। हमने संदिग्ध को पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया।
इसी बीच राकेश टिकैत से मीडिया ने बात करनी चाही. मीडिया पूछना चाह रही थी कि, शाम ढले वे मंच से खड़े होकर चीख चिल्ला रहे थे। दावे कर रहे थे कि अगर पुलिस ने उन्हें छुआ तो वे आत्महत्या कर लेंगे। अब अचानक वे शांत कैसे पड़ गये हैं? मीडिया के सवाल और उसकी मंशा को भांपते हुए राकेश टिकैत मीडिया से कन्नी काटते हुए नजर आए।
उन्होंने मीडिया से यह कहते हुए बात करने से इंकार कर दिया, “अभी हमारा गला खराब है। थोड़ी देर में बात कर लेंगे।” उधर रात सवा नौ बजे के करीब पुलिस और राकेश टिकैत के मंच के बीच की दूरी बहुत कम हो चुकी थी। जिस व्यक्ति को पुलिस के हवाले किया गया उसे पुलिस अज्ञात जगह लेकर चली गई।
Written By Rozi Sinha