वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बार ऐसे वक्त में बजट पेश करने जा रही हैं, जब इस साल अर्थव्यवस्था में करीब आठ फीसदी की गिरावट होने की उम्मीद है। इसके चलते यह बजट काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अर्थशास्त्रियों के अनुसार,
इस बार के बजट से अर्थव्यवस्था और बाजार से जुड़े 21 सवालों का जवाब मिल सकता जिसका इंतजार लंबे समय से किया जा रहा था। अगर, वित्त मंत्री द्वारा एक संतुलित बजट पेश किया गया तो न सिर्फ यह अर्थव्यवस्था की रफ्तार को तेज करने का काम करेगा बल्कि पांच खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य पाने में भी मदद करेगा।
इससे देश में बढ़ी बेरोजगारी पर काबू पाने और बाजार में मांग बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। वैश्विक पटल पर भी भारत एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरने में भी मदद मिलेगी क्योंकि कोरोना के बाद चीन से दुनियाभर के देशों का मोहभंग हो गया है।
चीन से कंपनियां भारत की ओर रुख कर रही हैं। यह भारत के लिए सुनहरा मौका है। वैसे पहले ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी कह चुकी हैं कि ये इस सदी का ऐतिहासिक बजट होगा।
- शेयर बाजार में तेजी बनी रहेगी?
बीएसई सेंसेक्स 50 हजार के ऐतिहासिक स्तर छूने के बाद लगातार छह दिन से लुढ़क रहा है। विदेशी निवेशक तेजी से बिकवाली कर रहे हैं। ऐसे में क्या वित्त मंत्री बाजार को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए कोई कदम उठाएंग। - विदेशी निवेशक कब तक टिकेंगे?
बजट से पहले विदेशी निवेशक अपना पैसा तेजी से निकाल रहे हैं। खबर है कि शेयरों पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस (एलटीसीजी) टैक्स भी बढ़ाया जा सकता है। ऐसे में सबकी नजर बजट पर है। अगर, बाजार को राहत दी गई तो विदेशी निवेश बढ़ेगा जो बाजार को नई ऊंचाई पर ले जाएगा। - गोल्ड सिल्वर किस दिशा में जाएंगे?
बीते दस साल में सोने ने सबसे खराब शुरुआत की है। सोना जनवरी में करीब तीन फीसदी टूट चुका है। ऐसे में बजट का बड़ा असर सोने-चांदी पर देखने को मिल सकता है। अगर, सोने को सस्ता करते के लिए टैक्स कटौती की गई तो नई ऊंचाई देखने को मिल सकती है। - रुपया कितना कमजोर होगा?
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया करीब 73 के पास चल रहा है। क्या वित्त मंत्री रुपये में मजबूती लाने के लिए कोई कदम की घोषणा बजट में करेंगी या रुपया और लुढ़ेगा इसका जवबा का सभी को इंतजार है। - जॉब मार्केट में सुधार कब तक?
कोरोना संकट से देश में बेरोजगारी तेजी से बढ़ी है। ऐसे में रोजगार बढ़ाने के लिए बजट में क्या ऐलान होंगे इसपर सबकी नजर है। रोजगार बढ़ने से बाजार में मांग बढ़ाने में मदद मिलेगी। - क्या निवेश पर कर छूट की सीमा बढ़ेगी?
आम करदाताओं को इस बार निवेश पर धारा 80सी और एनपीएस के तहत कर छूट की सीमा बढ़ने की उम्मीद है। साल 2014 से इसमें बदलाव नहीं हुआ है। साथ की मौजूदा समय में टैक्स छूट की सीमा 2.5 लाख रुपये है, जिसे बढ़ने की उम्मीद है। - कुसुम योजना का विस्तार होगा?
किसानों को कुसुम योजना में विस्तार को लेकर बड़ी उम्मीद है। इस योजना के तहत किसानों को सब्सिडी पर सोलर पैनल उपलब्ध कराया जाता है। - कृषि ऋण में बढ़ोतरी की संभावना?
खेती की लागत बढ़ने के साथ किसान कृषि ऋण में 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे पर देशभर के किसानों की नजर है। - स्क्रैप पॉलिसी कब लागू होगी?
कोरोना और लॉकडाउन के कारण वाहन उद्योग को भारी नुकसान हुआ है। ऐसे में बजट से स्क्रैप पॉलिसी लागू करने पर फैसला होने की उम्मीद है। इससे नए वाहनों की बिक्री बढ़ेजी जो वाहन उद्योग को पटरी पर लाने का काम करेगा। - बैंक में जमा पर ब्याज कब ज्यादा मिलेगा?
कोरोना संकट के बाद आरबीआई ने रेपो रेट में बड़ी कटौती थी। इसके बाद बैंकों ने कर्ज सस्ता किया। साथ ही एफडी समेत तमाम जमा योजनाओं पर ब्याज घटाया। इसका बड़ा नुकसान वरिष्ठ नागरिकों को हो रहा है। ऐसे में उम्मीद है कि ब्याज बढ़ोतरी को लेकर वित्त मंत्री कोई संकेत दे सकती हैं। - पेट्रोल डीजल जीएसटी के दायरे में आएंगे या नहीं?
पेट्रोल-डीजल को सस्ता करने के लिए जीएसटी के दायरे में लाने की मांग लंबे समय से हो रही है। इस सवाल का जवाब बजट में मिलने की उम्मीद है। - बैंकों के एनपीए की हालत कितनी हद तक बिगड़ेगी?
बैंकों का एनपीए दोहरे अंक में पहुंच गया है। बजट में बैंकों की सेहत सुधारने और एनपीए कम करने को लेकर क्या कदम उठाए जाते हैं इसपर सभी की नजर है। - कोरोना सेस कितना और किस मद में लगेगा?
कोरोना के बाद घटे राजस्व संग्रह की भरपाई के लिए कोरोना सेस लगाने की खबर है। यह सेस किस मद में लगेगा और कितना इसका जवाब बजट में मिल सकता है। - वरिष्ठ नागरिकों को क्या ज्यादा रिटर्न वाला विकल्प मिलेगा?
हाल के सालों में फिकस्ड आय वाले जमा उत्पादों पर ब्याज घटी है। ऐसे में सुकन्या समृद्धि जैसा नए उत्पाद की मांग वरिष्ठ नागरिकों के लिए की जा रही है। ऐसे में नए निवेश उत्पाद का ऐलान पर नजर रहेगी। - साइबर सुरक्षा के इंतजाम के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे?
कोरोना संकट के बाद डिजिटल ट्रांजैक्शन तेजी से बढ़ा है। उसी अनुपता में साइबर फर्जीवाड़ा भी बढ़ा है। ऐसे में क्या साइबर सुरक्षा के लिए अगल से बजट का आवंटन किया जाएगा। - वर्क फ्रॉम होम के लिए किसी तरह की छूट मिलेगी?
कोरोना संकट के बाद वर्क फ्रॉम होम एक नया ट्रेंड का रूप ले लिया है। हालांकि, वर्क फ्रॉम होम करने वाले कर्मचारियों को अधिक टैक्स देना पड़ सकता है। क्या इसको राहत देने के लिए वित्त मंत्री कोई ऐलान करेगी। इस पर लाखों कर्मचारियों की नजर रहेगी। - छोटे उद्योगों को कोई राहत मिलेगी?
कोरोना से सबसे अधिक नुकसान छोटे उद्योगों को हुआ है। बजट से इस सेक्टर को बहुत उम्मीद है कि फंड समेत दूसरी जरूरतों के लिए विशेष प्रावधान वित्त मंत्री करेंगी। - शहरी आवास और किराया पर मकान की योजना में कितनी प्रगति ?
कोरोना महामारी के शुरुआत में सरकार ने शहरी आवास और रेंटल हाउस बनाने की घोषणा की थी। अब तक उसमें क्या प्रगति हुई है और उसके लिए क्या प्रवधान किए जाएंगे इसका जवाब बजट से मिलेगा। - स्वरोजगार और कौशल विकास के लिए क्या कदम होंगे?
केंद्र सरकार स्वरोजगार और कैशल विकास पर जोर दे रही है। ऐसे में बजट में स्टार्टअप को विशेष रियायत देने का ऐलान पर सबकी नजर रहेगी। - खपत बढ़ाने के किए एलटीसी जैसी योजना फिर आएगी?
कोरोना महामारी के बाद अर्थव्यवस्था की रफ्तार तेज करने के लिए एलटीसी योजना सरकार लेकर आई थी। क्या आगे भी कोई इस तरह की योजना आ सकती है इसका भी जवाब बजट में मिलेगा। - सेहत की सुरक्षा के लिए क्या नए कदम होंगे?
कोरोना महामारी ने देश की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल से हम सभी को अवगत करा दिया है। ऐसे में बजट में इस मद में क्या किया जाएगा और आम लोगों को सस्ती इलाज मुहैया कराने के लिए क्या ऐलान होंगे इसपर नजर रहेगी।