इस बात में कोई दो राय नहीं है कि पिछले वर्ष भारत में दाखिल हुए संक्रमण के बाद से ही ना सिर्फ हरियाणा सरकार बल्कि पूरे भारत की आर्थिक स्थिति की नींव को हिला कर रख दिया था। जिसके बाद से ही हर क्षेत्र में आर्थिक मंदी का दौर अभी तक जारी है।
वह बात अलग है कि सभी उद्यमी आर्थिक तंगी से छुटकारा पाने के लिए जुटे हैं, मगर अब सब कुछ सरकार के हाथों में या फिर यूं कहे सरकार द्वारा पेश किए जाने वाले बजट पर निर्भर हो गया है।
इसी कड़ी में जनहितैषी फैसले लेने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा 10 फरवरी को मंत्रिमंडल की बैठक का आयोजन किया जाएगा। जिसमें सुबह 11 बजे से ही हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर की अध्यक्षता में यह बैठक सिविल सचिवालय की चौथी मंजिल पर आयोजित की जाएगी।
जिसके चलते पहली फरवरी को केंद्रीय बजट प्रस्तुत होने के बाद अब हरियाणा सरकार भी 2021-22 के बजट की तैयारियों में जुट गई है। इसके अलवा बैठक में विधानसभा का बजट सत्र बुलाने पर चर्चा भी की जाएगी। मंत्रिमंडल की सहमति से सत्र की संभावित तिथि तय की जाएगी। सत्र इसी माह के अंतिम सप्ताह से बुलाया जाएगा या फिर मार्च के पहले सप्ताह से इस पर भी विचार-विमर्श होगा।
बजट पेश करने की संभावित तिथि पर भी चर्चा होगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल प्रदेश के वित्त मंत्री भी हैं। गठबंधन सरकार का पहला बजट भी बीते साल उन्होंने ही पेश किया था। इस बार का बजट कोरोना से उपजी स्थितियों को मद्देनजर रखते हुए तैयार किया जाएगा। आर्थिक स्थिति मजबूत करने को लेकर मनोहर लाल सरकार बड़े फैसले ले सकती है।