बिजली कर्मचारियों ने 3 फरवरी की राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए सोमवार को पूरी ताकत झोंकते हुए ताबड़तोड़ गेट मीटिंग की। इन गेट मीटिंग में कर्मचारियों हड़ताल में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आह्वान किया गया।
यह हड़ताल बिजली संशोधन बिल 2020 को वापस लेने, पुरानी पेंशन,डीए व एलटीसी बहाली करने, सभी प्रकार के कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने,पक्का होने तक समान काम समान वेतन व सेवा सुरक्षा प्रदान करने, आनलाइन ट्रांसफर पालिसी को रद्द करने, डाटा एंट्री ऑपरेटर के वेतनमान में बढ़ोतरी करने,प्री मेच्योर रिटायरमेंट का सर्कुलर और प्रमोशन व एसीपी में टेस्ट की शर्त लगाने के प्रस्ताव को वापस लेने आदि मांगों को लेकर की जा रही है।
गेट मीटिंग का यह सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहेगा। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा,एएचपीसी वर्कर यूनियन के केन्द्रीय कमेटी के उपाध्यक्ष सतपाल नरवत, सदस्य शब्बीर अहमद गनी, सर्कल सचिव अशोक कुमार, रामचरण, एनआईटी यूनिट के प्रधान भूपसिंह व गिरीश राजपूत, ग्रेटर फरीदाबाद के प्रधान दिनेश शर्मा व असरफ खान,ओल्ड के प्रधान सतीश छाबड़ी व सचिव करतार सिंह, बल्लभगढ़ यूनिट के प्रधान रमेश चन्द्र तेवतिया व सचिव कृष्ण कुमार के नेतृत्व में सोमवार को सर्कल आफिस,खेड़ी कलां, बदरौला व पाली सब डिवीजन में गेट मीटिंग की।
बिजली कर्मचारियों को संबोधित करते हुए सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों व बिजली कर्मचारियों के तीखे विरोध के बावजूद बिजली संशोधन बिल को बजट सत्र में पारित करने पर आमादा है।
उन्होंने कहा कि अगर यह बिल पास हुआ तो बिजली पर कारपोरेट घरानों का कब्जा हो जाएगा और सब्सिडी और क्रास सब्सिडी समाप्त होने के बाद बिजली किसानों व गरीब उपभोक्ताओं की पहुंच से बाहर हो जाएंगी।
उन्होंने कहा कि बिजली संशोधन बिल पास होने से पहले ही केन्द्र सरकार ने स्टैंडर्ड बिडिंग डाक्यूमेंट्स जारी करके चंडीगढ़,पुडूचरी, लद्दाख में बिजली वितरण प्रणाली का निजीकरण करना शुरू कर दिया है। उड़ीसा में निजीकरण कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसा करने के बाद बिजली वितरण निगमों का हाल बीएसएनएल जैसा होगा और बिजली कर्मचारियों की छंटनी होना लाजिमी है।
उन्होंने सभी बिजली कर्मचारियों से किसान, मजदूर, कर्मचारी व गरीब विरोधी और कारपोरेट को फायदा पहुंचाने के बिजली संशोधन बिल के खिलाफ और अन्य मांगों को लेकर की जा रही तीन फरवरी की राष्ट्रव्यापी हड़ताल में बढ़-चढ़कर शामिल होने का आह्वान किया।