हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण से नया ही गड़बड़झाला सामने आया है। अभी पिछले दिनों हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा सेक्टर 20 और 20बी में एचएसवीपी द्वारा अधिगृहीत ज़मीन पर तोड़ फोड़ की गई, जिसका स्थानीय लोगों ने काफी विरोध भी किया।
अब एक नया ही गड़बड़झाला हुडा से सामने आया है। विभाग को अपनी ही जमीन का खरीद – फरोख्त का पता चला है। इन सेक्टरों में लोगों ने ज़मीन की रजिस्ट्री भी दिखाई है। अब जब विभाग द्वारा तोड़ फोड़ की कार्यवाही की जा रही है तो इस तरह की बातें निकल कर सामने आ रही है।
अब सवाल यह है कि हुडा के अधिकारियों को इसकी जानकारी नही थी। कहने वाले तो यह भी कह रहे हैं कि यहां कब्जा कराने में प्राधिकरण के पटवारी से लेकर जेई व सर्वे शाखा के एसडीओ तक शामिल रहे हैं। वही हर महीने यहां कब्जे से बैठे कबाड़ियों से वसूली भी होती है।
प्राधिकरण के पटवारी खुद मौके पर जाकर यहां प्लाट लेने वालों की निशानदेही करके आते थे। इस गड़बड़ी में शामिल हुए अधिकारियों और पूर्व के कर्मचारियों की भूमिका पर जांच शुरू होने वाली है। इस मिलीभगत से कीमती ज़मीन पर कब्जा हटाने में विभाग को काफी मेहनत करनी पड़ रही है।
राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे हुए अजरौंदा व दौलताबाद गांव की करीब 200 एकड़ जमीन का अधिग्रहण हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने 1996 में किया था जिसमें से कुछ एक लोगों ने मुआवजा नहीं उठाया और उनका यह केस हाईकोर्ट में लंबित है। जमीन राजमार्ग किनारे थे, इसलिए यहां कब्जे होना शुरू हो गए।
अधिकारी जानबूझकर नजरअंदाज करते रहे। धीरे-धीरे सेक्टर-20ए में 15 एकड़ से अधिक जमीन पर पक्के मकान सहित अन्य बड़े-बड़े वाणिज्यिक निर्माण हो गए। ढाबे, होटल, कबाड़ियों ने कब्जा कर लिया। सेक्टर-20बी में करीब 5 एकड़ जमीन कब्जाधारकों के कब्जे में है। बड़खल में 50 एकड़ पर कब्जा इसी तरह कब्जे का एक और मामला बड़खल में सामने आया है।
यहां प्राधिकरण की करीब 50 एकड़ जमीन पर बड़े स्तर पर कब्जा किया हुआ है। पक्के निर्माण बन चुके हैं। प्रशासक प्रदीप दहिया अब यह भी जांच करा रहे हैं कि शहर में कितनी और जगह पर कब्जा किया हुआ है। सारी जमीन कब्जामुक्त करने की बात करने का दावा भी कर रहे हैं।
Written by Rozi Sinha