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महामारी में जहां सब आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे, वहीं मुकेश अंबानी हर घंटे 90 करोड़ रुपये कमा रहे थे

दुनिया के पांचवें अमीर व्यवसायी में से एक है मुकेश अम्बानी जिनकी करीबन 43 अरब डॉलर की निजी संपत्ति है। मुकेश के घर में आज के दौर में पैसों की कोई कमी नहीं है। रिलायंस इंडस्ट्री में उनकी व्यक्तिगत हिस्सेदारी 48 प्रतिशत है।

जहां महामारी में पूरा देश खाने को तरस रहे था वहीं मुकेश अम्बानी के पास हर घंटे 90 करोड़ रुपए आ रहे थे। जहां गरीब जनता भूखे पियासे दो वक्त की रोटी के लिए अपना गुजारा नहीं कर पा रही वहीं अम्बानी हर घंटे करोड़ों में बैठे मौज कर रहे है।

महामारी में जहां सब आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे, वहीं मुकेश अंबानी हर घंटे 90 करोड़ रुपये कमा रहे थे

इतने बड़े व्यपारी होने की वजह से आज उनके यहां पैसो की कोई कमी नहीं है तभी तो अपने बच्चो की शादी उन्होंने एक आलीशान तरीके से की। अगर बात की जाए इन अरबपतियों की संपत्ति की तो इसमें 12,97,822 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई।

यह गरीबी और अमीरी का दायरा अगर दुनिया भर में देखा जाए तो न सिर्फ भारत में बल्कि अमेरिका जैसे देशों में भी महामारी के चलते लोगो को दो वक्त की रोटी के लिए मुश्किल उठानी पड़ी। साथ ही 1 साल तक कई लोगो की जॉब चली गयी तो कई लोगो को मिली नहीं जिसके कारण घर चलाने बेहद मुश्किल हो गया था।

और अम्बानी की बात की जाए तो इनके यहां कभी जॉब या खाने पीने को लेकर कोई दिक्कत आयी ही नहीं क्योंकि जितने पैसे अम्बानी हर घंटे कमा रहे है उतने में तो एक गरीब व्यक्ति अपने बच्चो की शादी 5 बार करदे। जब देश में लॉकडाउन जैसा कठिन दौर चल रहा था तो इस समय खाने की व्यवस्था न होने के कारण कई मजदूरों ने आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठाया।

घर में एक अन्न का दाना न होने से उन्हें इतना बड़ा कदम उठाना पड़ा। भारत की आधी जनसंख्या को देखा जाए तो उनमें से आधे से ज्यादा आपको मजदूर मिलेंगे जिनको इस दुनिया में कोई नहीं पूछता।

लॉकडाउन के वक्त जब चीजे सही तरीके से नहीं हो पा रही थी तो गरीब मजदूरों को और कोई चारा नहीं दिखा। लेकिन इसी लॉकडाउन के चलते बड़े अरबपतियों की संपत्ति तेजी से बड़ी। कोयला, तेल, टेलीकॉम, मेडिसिन, फार्मा, शिक्षा जैसे सेक्टर में मुकेश अम्बानी कैसे बड़े अरबपतियों की धन राशि बेहद गजब तरीके से बढ़ती नजर आयी।

मार्च 2020 के बाद इनकी धन राशि में तेजी से बढ़ोतरी हुई तो वहीं दूसरी ओर देखा गया अप्रैल में प्रति घंटे 17 लाख लोग बेरोजगार हुए। इससे यह साफ जाहिर होता है कि अमीर दिन पर दिन अमीर होते जा रहे है और गरीब प्रतिदिन गरीब होते जा रहा है।

Written by – Aakriti Tapraniya

Avinash Kumar Singh

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