हर बार की तरह इस बार भी आम बजट में कुछ चीजें सस्ती हुई हैं, तो कुछ महंगी। किसी राज्य को काफी कुछ लाभ होगा तो किसी को कम। वैश्विक महामारी के तुरंत बाद पेश हुआ केंद्र की मोदी सरकार का बजट हरियाणा के लिए संतोषजनक है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश आम बजट को संतुलित और लोकहित का बजट बताया
देशभर को नए बजट से उम्मीदें हैं। केंद्रीय बजट पेश होने के बाद से प्रदेश सरकार भी अपने 2021-22 के बजट की तैयारियों में जुट गई है। महामारी से बचाव के लिए आवंटित 35 हजार करोड़ रुपये के बजट का हिस्सा हो या फिर सड़क और रेल तंत्र को मजबूत करने के लिए अकूत धन की व्यवस्था।
यूनियन बजट से आम जनता भी अभी तक संतुष्ट नज़र आ रही है। सभी वर्ग के लोग अभी तक खुश नज़र आ रहे हैं। सड़क और रेल तंत्र को मजबूत करने के लिए अकूत धन की व्यवस्था से अब हरियाणा लाभ से अछूता नहीं रहेगा। कृषि, ग्रामीण विकास, सड़क व रेल तंत्र तथा स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए प्री-बजट चर्चा के दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से हालांकि करीब पांच हजार करोड़ रुपये के पैकेज की मांग की थी।
मनोहर लाल की मांगे जो थी उस से अधिक मिलने की उम्मीद अब जताई जा रही है। जमा-खर्च में जुटे वित्त विभाग के अधिकारियों को लग रहा है कि हरियाणा को इससे कहीं अधिक वित्तीय सहयोग केंद्र की ओर से मिलने वाला है। आपको बता दें, महिलाओं की सुरक्षा को लेकर इस बार के बजट में महिलाओं को नाइट शिफ्ट में कार्य करने की इजाजत भी दी गई है।
मनोहर लाल ने केंद्रीय बजट को विकासोन्मुखी, गरीब हितैषी और भविष्य के अनुकूल बताया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 10 फरवरी को प्रदेश के बजट के लिए मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है।