वीआईपी या वीवीआईपी नंबर का शोक हर कोई रखता है। लेकिन यह नंबर किसी के लिए जानलेवा साबित हो जाएँ क्या कभी आपने ऐसा सोचा है। आपको आज एक ऐसे डरावने मोबाइल नंबर के बारे में बताने जा रहे हैं। इस नंबर को जिसने भी इस्तेमाल किया, मौत उसके घर पहुंच गई। इसे भूतिया फोन नंबर कहा जाता है। इसकी कहानी जानने के बाद शायद आप दोबारा अपना मोबाइल नंबर ना बदलें अथवा बदलें भी तो हजार बार सोचें।
मोबाइल नंबर की बात करें या गाड़ी के नंबर की लोग अपना मनपसंद का नंबर लेना चाहते हैं। लेकिन इस नंबर को जिसने भी इस्तेमाल किया, मौत उसके घर पहुंच गई। वीवीआईपी और मनपसंद का नंबर लेने के लिए कुछ लोग करोड़ों रुपए तक खर्च कर देते हैं।
इस नंबर को लेकर सबसे आश्चर्य की बात यह है कि यह सिलसिला 10 साल चला और आखिर में इस भूतिया मोबाइल नंबर को संस्पेंड करना पड़ा। हॉटेंड शब्द सुनकर ही डर सामने आ जाता है. आपने अब तक डरावना बंगला, महल, किला यह सब सुना होगा और शायद देखा भी होगा. लेकिन, क्या कभी किसी डरावने मोबाइल नंबर के बारे में सुना है? जी हाँ वही ये नंबर है।
ये कोई मामूली नंबर नहीं. दिखने और सुनने में एकदम ख़ास नंबर है। लेकिन, हकीकत जरा खौफनाक है। तीन बार ऐसी घटनाएं हुई थीं। जिन तीन लोगों ने इस मोबाइल नंबर को खरीदा, उनकी मौत हो गई। अब आप सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि आखिर कौनसा नंबर जी हां एक ऐसा वीआईपी मोबाइल नंबर जिसे किसी ने अपनाया तो वह मौत की आगोश में चला गया।
यह घटना कुछ सालों पहले बुल्गारिया में घटी थी। इस नंबर को लेने वाले एक या दो नहीं बल्कि 3 व्यक्तियों की मौत हो गई। इसके बाद इस नंबर को भी सस्पेंड कर दिया गया। इस नंबर को सबसे पहले मोबीटेल कंपनी के सीईओ ने खरीदा था। व्लादमीर गेसनोव ने 0888888888 मोबाइल नंबर को सबसे पहले खुद के लिए जारी करवाया था। व्लादमीर को इसके बाद कैंसर हो गया था और साल 2001 में उनकी मौत हो गई थी।