2021 साल शुरू हो चुका है और आज फरवरी का दूसरा महीना चल रहा है। आपको बता दे कि 2021 फरवरी के महीने में सातो दिन यानी सोमवार, मंगलवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार 4 बार होंगे।
823 वर्ष बाद आया यह महीना
फरीदाबाद के पंडित हेमंत जी ने हमें बताया, ‘इस साल फरवरी में सभी दिन 4 बार आएंगे, मतलब सप्ताह का हर दिन 4 बार आएगा, और ऐसा दुबारा 823 वर्षो बाद होगा, मतलब ये दिन सभी के जीवन में दुबारा नहीं आएगा, ये अपने आप में एक विशेष दिन रहेगा, खगोलीय दृश्टिकोण से ये एक अति दुर्लभ दिन रहेगा, व ज्योतिषीय दृश्टिकोण से ये सभी 7 ग्रहों के शुभ और समृधि कारक फलों को भी इंगित करता है, ये महीना सभी के जीवन में संतुलन ले कर आएगा ‘।
इतने व्रत और त्योहार आएंगे
04 फरवरी 2021-विवेकानंद जयंती
10 फरवरी 2021-मासिक शिवरात्रि
11 फरवरी 2021-मौनी अमावस्या
12 फरवरी 2021-कुंभ संक्रांति
15 फरवरी 2021- गणेश जयंती
16 फरवरी 2021-वसंत पंचमी
19 फरवरी 2021-नर्मदा जयंती
20 फरवरी 2021-भीष्म अष्टमी
21 फरवरी 2021-माघ गुप्त नवरात्रि समापन
23 फरवरी 2021- जया एकादशी
वैलेंटाइन डे
भारत में अनेक त्योहार मनाए जाते है यहां हर धर्म के लोग अपना त्योहार बड़े धूम-धाम से मनाते है। फरवरी के इस महीने में एक ऐसा त्योहार आता है जो युवा के लिए बेहद अहम होता है। इस त्योहार का नाम है वैलेंटाइन डे है। फरवरी के महीने में यह त्योहार 7 दिन के लिए मनाया जाता है मगर इसे मनाने की वजह क्या है यह बहुत कम लोग जानते है।
यह त्योहार 7 दिन अलग अलग तरीके से मनाया जाता है और ये 7 फरवरी से शुरू किया जाता है। इसमे रोज डे, चॉकलेट डे, प्रोमिस डे, हग डे जैसे दिन शामिल होते है जिसे सब काफी एन्जॉय करते है। यह त्योहार गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड के लिए बेहद खास होता है। यह अपने प्यार को जाहिर करने का एक प्रतिक है। आज तो ये प्रेम, स्नेह, करुना और मोहब्बत का दिन बन गया है।
बसंत पंचमी
पंचांग के अनुसार वर्ष 2021 में बसंत पंचमी का पर्व 16 फरवरी को मनाया जाएगा। जैसे कि मां सरस्वती जी को ज्ञान की देवी कहा जाता है, इसी कारण के चलते इस दिन मां सरस्वती जी की पूजा की जाती है।
और आपको बता दे कि मां सरस्वती जी की पूजा अर्चना करने से इंसान के जीवन में ज्ञान में वृद्धि होती है और उनका आर्शीवाद प्राप्त होता है।यह दिन सभी लोगो के लिए बेहद शुभ माना गया है। 29 जनवरी 2021 से माघ का महीना आरंभ हो चुका है। माघ मास में दिन बड़े और रात छोटी होना आरंभ हो जाता है।
Written by – Aakriti Tapraniya